गुवाहाटी| असम में बाढ़ की स्थिति एक बार फिर खराब हो गई और कुछ प्रमुख शहरों में 4.64 लाख लोग प्रभावित हुए। इन शहरों में एक हजार से अधिक गांवों में भारी क्षति पहुंची है। (floods in assam) सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हो गए वहीं करीब एक लाख हेक्टेयर की फसल पानी में डूबी हुई है। अधिकारियों ने सोमवार को जानकारी दी। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अधिकारियों ने कहा कि पूर्वी असम के धेमाजी, डिब्रूगढ़ तथा तिनसुकिया जिलों की स्थिति काफी गंभीर है। इन स्थानों पर पिछले दो दिनों से 700 से अधिक गांव जलमग्न हैं।
अधिकारियों ने कहा कि तिनसुकिया और डिब्रूगढ़ जिलों के ज्यादातर इलाके बाढ़ के कारण रविवार से ही जलमग्न हैं वहीं धेमाजी जिले में 662 गांव जलमग्न हैं।
अभी तक एएसडीएमए ने बाढ़ के पानी में एक बच्चे सहित पांच लोगों के बह जाने की रपट की पुष्टि नहीं की है।
एएसडीएमए के अधिकारियों के अनुसार एक लाख हेक्टेयर की फसल पानी में डूबी हुई है और सभी प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत कार्य अभियान शुरू कर दिया गया है।
डिब्रूगढ़, जोरहाट और ढुबरी जिलों में ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है वहीं लख्मीपुर जिले के कई हिस्सों में रंगानंदी नदी खतरे के निशान पर पहुंच गई है।
सोनितपुर जिले में जिया भराली नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
अधिकारियों ने तिनसुकिया, धेमाजी, लख्मीपुर और डिब्रूगढ़ जिलों में शैक्षिक संस्थानों को बंद कर दिया है।
जोरहाट में ब्रह्मपुत्र नदी के बढ़ते स्तर से प्रशासन ने नेमातिघाट तथा नदी द्वीप मांजुली के बीच नौका सेवा को बंद कर दिया है।
एएसडीएमए ने कहा कि धेमाजी, लख्मीपुर, तिनसुकिया तथा काछाड़ जिलों में सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
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