रायपुर। ढाका से मस्कट जा रहे जिस बांग्लादेशी विमान को शुक्रवार की रात छत्तीसगढ़ की राजधानी के माना एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी, उस विमान का एक हिस्सा बेमेतरा जिले में एक खेत में मिला।(bangladeshi plane emergency landing) चलते विमान से इस टुकड़े के गिर जाने से विमान का संतुलन बिगड़ गया था, लेकिन चालक दल के सदस्यों की सूझबूझ और तत्परता ने इसे बड़े हादसे से बचा लिया।
जानकार बताते हैं कि विमान को लैंडिंग कराने के निर्णय में थोड़ी भी देरी सभी के लिए घातक हो सकती थी।
ढाका से मस्कट (ओमान) जा रहे यात्रियों को 24 घंटे बाद दूसरी फ्लाइट से वापस बांग्लादेश भेज दिया गया और यात्रियों ने राहत की सांस ली।
शनिवार की अलस्सुबह रायपुर से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बेमेतरा जिले के गंगापुर गांव में विमान का हिस्सा गिरा मिला। करीब डेढ़ सौ किलो वजनी टंकीनुमा इस हिस्से को देखकर वहां के ग्रामीण अचंभित रह गए। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस और जिले के कलेक्टर व एसपी भी मौके पर पहुंच गए थे, तभी से संभावना जताई जा रही थी कि यह हिस्से इमरजेंसी लैंडिंग किए विमान का हो सकता है।
विमान के इस हिस्से को शनिवार शाम रायपुर लाया गया था, जहां से इस हिस्से का मिलान किया गया।
सूत्रों के अनुसार, विमान का टूटकर गिरा हिस्सा इंजन क्वायलिंग हवा और विमान की रफ्तार को नियंत्रित करने का काम करता है। बताया जाता है कि इसके टूटते ही झटके के साथ विमान का एक इंजन बंद हो गया और सिर्फ एक इंजन के सहारे विमान को उड़ाना संभव नहीं था। लिहाजा, चालक दल के सदस्यों ने तत्परता दिखाते हुए इसकी इमरजेंसी लैंडिंग कराई, वरना विमान के साथ कुछ भी हो सकता था।
बांग्लादेशी विमान में सवार यात्रियों को लेने शनिवार की रात दूसरा विमान बांग्लादेश से पहुंचा। वहीं रात 10.30 बजे के लगभग यात्रियों को वापस ढाका के लिए रवाना किया गया।
रायपुर के एटीसी अशोक साहू के अनुसार, बांग्लादेश से मिले निर्देश पर विमान को वापस ढाका भेजा गया। साहू का कहना है कि इमरजेंसी लैंडिंग नहीं होती तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। इंजन के टूटे हिस्से का मिलान कर लिया गया है, ये हिस्सा बेमेतरा में मिला।
मुख्यमंत्री ने की बांग्लादेशियों से मुलाकात :
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शनिवार शाम नई दिल्ली से लौटते ही रायपुर के माना स्थित स्वामी विवेकानंद विमानतल पर बांग्लादेश एयरलाइंस के यात्रियों से मुलाकात की थी और उन्हें हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया था।
मुख्यमंत्री ने बांग्लादेशी यात्रियों को बताया, “मैंने स्वयं इस बारे में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बात की है और आग्रह किया है कि यात्रियों की इच्छा जानकर उन्हें बांग्लादेश या ओमान (मस्कट) की यात्रा के लिए आवश्यक सुविधा दी जाए।”
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