चंडीगढ़| भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में पिछले कुछ महीनों के दौरान भले ही तल्खी बढ़ी हो, लेकिन सीमा पार के युवकों द्वारा किए गए रक्तदान से भारत के मरीजों को नई जिंदगी मिलेगी। (Chandigarh hindi news, ) देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 146वीं जयंती यानी एक अक्टूबर को पाकिस्तान के युवकों के एक समूह के भारत में रक्तदान करने की संभावना है।
पाकिस्तान के 20-25 युवा प्रतिनिधियों का समूह उन 250 अंतर्राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवकों का हिस्सा होगा, जो इस महीने के अंत में यहां 10वें वैश्विक युवा शांति समारोह (जीवाईएफई-2015) में हिस्सा लेने के लिए आ रहा है। इसका आयोजन 29 सितंबर से दो अक्टूबर के बीच होगा।
बीते एक दशक से उत्सव का आयोजन कर रहे गैर सरकारी संगठन ‘युवसत्ता’ के समन्वयक प्रमोद शर्मा ने कहा, “पाकिस्तान, दक्षेस के अन्य देशों तथा लगभग 25 अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने समारोह में भागीदारी की पुष्टि की है। पाकिस्तान के युवा प्रतिनिधियों ने यहां रक्तदान शिविर में रक्तदान करने की पुष्टि की है।”
‘वन वर्ल्ड-वन ब्लड’ नामक रक्तदान शिविर एक अक्टूबर की शाम चंडीगढ़ के सेक्टर-17 में लगाया जाएगा। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी रक्त संग्रह करने का काम करेंगे।
शर्मा ने कहा, “हम रक्तदान शिविर शाम में लगा रहे हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग रक्तदान के पुनीत कार्य में हिस्सा ले सकें। यह मानवीय एकता के संदेश और भारतीय लोकाचार वसुधैव कुटुंबकम को मजबूती प्रदान करने में मददगार साबित होगा।”
उन्होंने कहा, “जीवाईपीएफ में हिस्सा लेने के लिए लोग वेनेजुएला सहित अन्य दूर देशों से आ रहे हैं। इसमें हिस्सा लेने के लिए लोग दक्षिण एशिया, दक्षेस, कुछ अफ्रीकी देशों, रूस, कजाकिस्तान तथा अमेरिका से आ रहे हैं।”
सामाजिक कार्यो व शांति पहलों से जुड़े शर्मा ने कहा, “10 सालों से चले आ रहे इस तरह के अनोखे शांति अभियान के दौरान हमने दुनियाभर के सैकड़ों प्रेरित युवाओं का एक नेटवर्क तैयार किया है, जो पर्यावरण से लेकर हिंसा तक के मुद्दों पर समान मानवाधिकार व विभिन्न शिष्टाचारों में स्थिरता की वकालत का काम कर रहे हैं।”
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