हरिद्वार| गायत्री परिवार के प्रमुख डॉक्टर प्रणव पंड्या ने कहा है कि गंगा व गायत्री के साथ युवा शक्ति के मिलने से संपूर्ण समाज का उद्धार होगा। उन्होंने कहा कि गंगोत्री से गंगासागर तक 2525 किलोमीटर दूरी तय करने वाली मां गंगा सहित सहायक नदियों में स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। साथ ही इन नदियों के दोनो तटों पर व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण भी किया जाएगा। इन कार्यों के लिए गायत्री परिवार के दस लाख से अधिक स्वयंसेवी जुटेंगे। पंड्या शांतिकुंज के मुख्य सत्संग हॉल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर यमन, कम्बोडिया, दक्षिण कोरिया, मॉरिसश, अफगानिस्तान सहित कई देशों के हजारों लोग उपस्थित थे। गायत्री परिवार के प्रमुख ने कहा कि गंगा व गायत्री में विशेष सामंजस्य है। गंगा मानव को पवित्र करती है तो गायत्री बुद्धि को प्रखर बनाती है। स्वर्ग जैसा माहौल गंगा की पवित्रता की प्रेरणा से बन सकता है तो मानव में देवत्व जैसा वातावरण गायत्री की नियमित उपासना से संभव है। गंगा व गायत्री के तीन-तीन चरण हैं, जो मानव को महामानव बनाने के लिए प्रेरित करते हैं।
डॉ. पंड्या ने कहा कि युवा क्रांति वर्ष 2016 के आरंभ से ही युवाओं को हनुमान की भांति बलवान, चरित्रवान बनाने की योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं। इसके लिए शांतिकुंज व देवसंस्कृति विश्वविद्यालय पूरे मनोयोग से जुटे हैं। आने वाले दस वर्षों में 10 करोड़ युवाओं को इस विधा से जोड़ने का लक्ष्य है जो अपनी प्रतिभा समाज के उत्थान में नि:स्वार्थ भाव से लगाएंगे। डॉ. पंड्या ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को गायत्री परिवार देश-विदेश में एक लाख से अधिक स्थानों पर शिविर लगाएगा। इसके लिए शांतिकुंज व देवसंस्कृति विश्वविद्यालय से प्रशिक्षित युवाओं को रवाना किया जा रहा है। संस्था की अधिष्ठात्री शैल दीदी ने कहा कि पतित पावनी मां गंगा की प्रेरणा और सद्बुद्धि की अधिष्ठात्री मां गायत्री की शिक्षाएं जीवन में उतरें तो ही जीवन सार्थक बनता है। उन्होंने कहा कि जिनके अंत:करण में साधना उतरती है, वे दूसरों की पीड़ा को कम करने के भरसक प्रयास करते हैं। उन्होंने इस सन्दर्भ में राजा नकुश, हनुमान, माधवाचार्य, स्वामी विवेकानंद जैसे महापुरुषों के संस्मरण भी सुनाए। इस अवसर पर गायत्री परिवार प्रमुखद्वय ने हिन्दी, असमिया, बांग्ला, मराठी, मलयालम सहित 7 भाषाओं में 22 पुस्तकों का विमोचन किया। इससे पूर्व डॉ. पण्ड्या व शैल दीदी ने हजारों लोगों के प्रमुख प्रतिनिधि के रूप में वैदिक पद्धति से पर्व पूजन सम्पन्न किया। गायत्री तीर्थ पहुंचे हजारों लोगों ने अपने आराध्यदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्यजी की 25वीं पुण्यतिथि के अवसर पर सामूहिक तर्पण कर उनके बताए सूत्रों को जीवन में धारण करने का प्रण लिया।
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