गाजियाबाद (करंट क्राइम)। शहर की जो रामलीला अपनी परम्परा, अपनी भव्य राम बारात और अपने पुरातन स्वरूप के लिए एक अलग ही स्थान रखती थी। अब वही रामलीला शहर के बीच चर्चा का विषय बन गई है। रामलीला कमेटी के चुनाव कई वर्षों से नहीं हुए हैं और कालातीत कमेटी ही सारे काम संभाल रही है। चुनाव को लेकर कई बार सवाल उठा है और अब बवाल तब उठा जब सुल्लामल रामलीला कमेटी का भूमि पूजन हुआ। जिस भूमि पूजन में पूरा शहर आता था और रामलीला कमेटी के सभी सदस्य आते थे। उस भूमि पूजन में बुधवार को शहर तो छोड़ो रामलीला कमेटी के आधे से ज्यादा सदस्य ही नहीं आये। बताया जाता है कि सदस्यों को छोड़ो रामलीला कमेटी के पदाधिकारी भी भूमि पूजन में नहीं आये। रामलीला के इतिहास में यह पहली बार है जब भूमि पूजन में उसके पदाधिकारी और कमेटी सदस्य भी पूरे नहीं पहुंचे।
क्या थी खतरे की घंटी जो नहीं बुलाये गये दोनों बंटी
(करंट क्राइम)। जिस रामलीला का इतिहास इतना पुरातन रहा है। उस रामलीला में नई नई घटनायें हो रही है। रामलीला का भूमि पूजन है और रामलीला कमेटी के पदाधिकारी ही गायब हैं। मनोज गोयल बंटी रजिस्ट्रार कार्यालय में मौजूद दस्तावेजों में आज भी श्री सुल्लामल रामलीला कमेटी के महामंत्री हैं। लेकिन मनोज गोयल बंटी भी भूमि पूजन में नहीं पहुंचे। पता चला कि उन्हें भी निमंत्रण नहीं दिया गया था। वहीं रामलीला कमेटी के आॅडिटर आलोक गर्ग बंटी भी भूमि पूजन से दूर रहे। इसके अलावा रामलीला कमेटी के ही वरिष्ठ उप प्रधान शिवओम बंसल भी भूमि पूजन कार्यक्रम में नहीं आये। इतना ही नहीं 335 सदस्यों वाली रामलीला के भूमि पूजन में सदस्यों की संख्या 100 से 150 के बीच रही। रामलीला वाले ही पूछ रहे हैं कि ऐसी क्या खतरे की घंटी थी जो दोनों बंटी भूमि पूजन में नहीं बुलाये गये।
दिल्ली था अप्वार्इंटमेंट इसलिए नहीं करा भूमि पूजन अटैंड: सुशांत गोयल
(करंट क्राइम)। बुधवार को रामलीला के भूमि पूजन में ये भी एक अजीब बात रही कि पूर्व सांसद स्व सुरेन्द्र प्रकाश गोयल के सुपुत्र सुशांत गोयल बॉबी नहीं पहुंचे। सुरेन्द्र प्रकाश गोयल का इस रामलीला से बहुत पुराना और गहरा नाता है। वो बचपन में इसी रामलीला में हनुमान का रोल कर चुके हैं। वो इस रामलीला के खलीफा रहे हैं। उनका और उनके परिवार का इस रामलीला से दिली रिश्ता है। लेकिन जब सुशांत गोयल भूमि पूजन में नहीं दिखाई दिये तो करंट क्राइम ने उनसे बात कर मामला जाना। पहले तो सुशांत गोयल ने कहा कि जरूरी काम से दिल्ली गये थे। उनका दिल्ली में अप्वार्इंटमेंट था इसलिए वो भूमि पूजन में नहीं पहुंचे। जब करंट क्राइम ने उन्हें टटोला तो फिर उन्होंने भी सच बोला। उन्होंने कहा कि मेरे पास ना तो कोई व्हाट्सऐप निमंत्रण आया था और ना ही कोई फोन आया था। इसलिए मैं भूमि पूजन में नहीं गया। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से रामलीला में एक्टिव रहता हूं। कविनगर रामलीला वालो ने बुलाया था। महामंत्री भूपेन्द्र चौपड़ा का फोन भी आया था और व्हाट्सऐप निमंत्रण भी आया था। इसलिए मैं कविनगर रामलीला के भूमि पूजन में पहुंचा था।
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