17 प्रस्तावों पर लगी मोहर
गजियाबाद(करंट क्राइम)। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की 161वीं बोर्ड बैठक सोमवार को मेरठ मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे की अध्यक्षता में मेरठ में आयोजित की गई। करीब नौ महीने बाद हुई इस बैठक में 28 प्रस्तावों का एक एजेंडा पेश किया गया। जिसमें बोर्ड द्वारा 26 प्रस्तावों पर विचार विमर्श किया गया। बोर्ड बैठक में जीडीए वीसी और डीएम आरके सिंह, सचिव राजेश कुमार सिंह, चीफ कोर्डिनेटर प्लानर एनसीआर सेल गाजियाबाद सतीश चन्द गौड़, मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजक उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधि अनूप चन्द श्रीवास्तव, शासन द्वारा नामित बोर्ड मेम्बर पवन गोयल, केशव त्यागी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में विगत बोर्ड के कार्यवृत्त की पुष्टि एवं अनुपालन आख्या प्रस्तुत की गयी। इसके अतिरिक्त कुल 26 प्रस्तावों पर बोर्ड द्वारा विचार विमर्श किया। गाजियाबाद, लोनी, मोदीनगर महायोजना प्रारूप को प्राधिकरण बोर्ड के समक्ष रखा गया।
महायोजना 2031 के तहत सुविधाओं को बढ़ाने के लिए दिए गए प्रस्ताव्
(करंट क्राइम)। महायोजना 2031 में शहर की आवासीय, व्यवसायिक एवं ओद्योगिक उपयोगों की आवश्यकता को देखते हुए नये क्षेत्र प्रस्तावित किये गये।
महायोजना में अवस्थापना सुविधाओं के लिए ट्रक टर्मिनल, बस टर्मिनल, सामुदायिक सुविधाओं एवं मनोरजन के नये प्रस्ताव दिये गये। साथ ही गाजियाबाद क्षेत्र में प्रस्तावित आरआरटीएस के दृष्टिगत आरआरटीएस स्टेशन के आस-पास इन्फसूयेंस जोन व एसडीए क्षेत्रों का प्रस्ताव दिया गया है। जिसमें भविष्य में विश्व स्तर की योजनाएं विकसित हो सके। इन बिंदुओं पर बोर्ड ने विचार विमर्श कर सुझाव दिया कि डीडीएफ कन्सलटेन्ट द्वारा एनसीआरटीसी नई दिल्ली संस्था द्वारा दिये गये सुझाव के परिप्रेक्ष्य में डीडीएफ कन्सलटेन्ट द्वारा समायोजन का प्रस्ताव आगामी बोर्ड बैठक में प्रस्तुत किया जाये। बोर्ड द्वारा टीओडी जोन्स के जोनल डवलपमेंट प्लान तैयार किये जाने के लिए एनसीआरटीसी नई दिल्ली को एजेन्सी के रुप में घोषित किये जाने के सम्बन्ध में निर्णय लिया गया।