10 रुपये का झंडा हुआ 25 का, 8 रुपये के डंडे के हुए 20 रुपए रेट
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। जिले में एकाएक इस बार तिरंगे की डिमांड अभी से बढ़ गई है और लोगों ने अपने घर, दुकान और प्रतिष्ठान को तिरंगा थीम में सजाने की तैयारियां शुरू कर दी है। इसका नतीजा यह है कि बाजार में इस बार तिरंगे की डिमांड अधिक है और इस डिमांड का फायदा उठाने के लिए तिरंगे की कालाबाजारी शुरू हो गई है।
सुनने में आया है कि कुछ लोगों ने तिरंगे स्टॉक कर लिए हैं और वह रेट और बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं। तो वहीं पहले जहां 10 से 40 और 60 से100 रुपये के बीच बिकने वाले तिरंगे झंडे की कीमत में इस बार इजाफा हुआ है। कपड़े के बने झंडे 50 से 120 रुपये तक बिक रहे हैं, तो अन्य प्रकार के डिजाइन और झंडे भी बाजार में आ गए हैं। कॉटन के तिरंगे और शाइनिंग वाले तिरंगे की अधिक मांग है। गाजियाबाद के कई बाजारों में तिरंगों से दुकानें फुल हैं, तो वहीं इसकी ओवर रेटिंग भी शुरू हो गई है। इस ओर पुलिस-प्रशासन को ध्यान देना होगा वरना आने वाले दिनों में यह एक बड़ा मुद्दा और सिर दर्द भी बन सकता है।
बाजारों में पुलिस रखेगी नजर
एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल ने बताया है कि फिलहाल इस तरीके की अभी कोई लिखित शिकायत या सूचना नहीं मिली है। पुलिस की टीमों को इस बारे में अवगत कराया जाएगा, कहीं पर इस प्रकार की गड़बड़ी पाई जाती है तो संबंधित दुकानदार और तिरंगा स्टॉक करने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाएगी और नियमानुसार उन पर मुकदमा भी दर्ज होगा। उन्होंने कहा है कि सभी लोगों को तिरंगा फहराना चाहिए और तिरंगे को लेकर किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं की जानी चाहिए।
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