गाजियाबाद, करंट क्राइम। शहर में गड्ढों का क्या हाल है ये किसी से छिपा नहीं है। नगर निगम नगरीय क्षेत्र की सड़कों के हालात ये है कि गड्ढों में सड़क है या सड़क में गड्ढे है पता ही नहीं चलता। सड़कों के इन हालातों के बाद भी नगर निगम ने गड्ढा भरने वाली आॅटोमैटिक पॉटहोल पेचिंग मशीन को गड्ढे में डाल रखा है। जिस मशीन से शहर भर के गड्ढे बिना किसी परेशानी के आसानी से भरे जा सकते है, उस मशीन को नगर निगम ने कविनगर जोन में खड़ा कर रखा है। इस मशीन की खासियत यह है कि यह मशीन घंटों का काम मिनटों में कर देती है और गड्ढा भी बखूबी तरीके से भरा जाता है। इस मशीन की कीमत करीब 50 लाख रुपए है। निगम सूत्रों का कहना है कि आॅटोमैटिक पॉटहोल पेचिंग मशीन में प्रयोग होने वाला मैटेरियल अभी नगर निगम में नहीं है। इसलिए इस मशीन का उपयोग नहीं हो पा रहा है।
शहर की पॉश कॉलोनी कविनगर, राजनगर सहित कोटगांव, राकेश मार्ग, अंबेडकर रोड, नवयुग मार्केट, नंदग्राम सहित लगभग पूरे नगरीय क्षेत्र की सड़कों में गड्ढों की भरमार है। इन गड्ढों के कारण कई बार वाहन चालक गिरकर घायल हो चुके है। ऐसे में यह आॅटोमैटिक पॉटहोल पेचिंग मशीन शहरवासियों को गड्ढों से मुक्ति दिलाने में रामबाण साबित हो सकती थी। लेकिन इस मशीन को कविनगर जोन के गैराज में खड़ा कर रखा है, जहां लाखों रुपए की मशीन धूल फांक रही है। दरअसल, नगर निगम के पास इस मशीन में प्रयोग होने वाला मैटेरियल नहीं है। हालांकि नगर निगम प्रशासन इस मशीन में प्रयोग होने वाले मैटेरियल की कमी को दूर करने के प्रयास में लगा हुआ है। नगर निगम के निर्माण विभाग का कहना है कि आॅटोमैटिक पॉटहोल पेचिंग मशीन से सड़क के गड्ढे भरने के लिए नगर निगम ने इसका मैटेरियल खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए नगर निगम द्वारा टेंडर मांगे गए है। जल्दी ही टेंडर खोलने की प्रक्रिया पूरी कर नगर निगम आॅटोमैटिक पॉटहोल पेचिंग मशीन के प्रयोग में आने वाले मैटेरियल की सप्लाई लेगा। जिसके बाद पूरे शहर की सड़कों को गड्ढा मुक्त कर दिया जाएगा।
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