गाजियाबाद (करंट क्राइम)। जनपद गाजियाबाद में इन दिनों सभी सरकारी विभागों को पूरा ध्यान कांवड़ मेले को सफल बनाने में जुटा हुआ है। पूरा सरकारी अमला सुबह से लेकर देररात तक या फिर 24 घंटे कांवड़ मेले में कोई अड़चन ना आये इस दिशा में काम कर रहा है। लेकिन जनपद गाजियाबाद का पावर कॉरपोरेशन विभाग है कि मेले को छोड़कर सरकारी विभागों के कार्यो में अड़चने पैदा करने का काम कर रहा है। बीते शुक्रवार को पावर कनेक्शन को लेकर गाजियाबाद नगर निगम और पावर कॉरपोरेशन आमने सामने आ गये। कई घंटों के द्वंद के बीच जब नगर निगम का 300 लीटर से अधिक डीजल फूंक गया तब जाकर डीएम आरके सिंह के हस्तक्षेप के बाद निगम के कांवड़ शिविर का बिजली का कनेक्शन देने का काम किया गया।
बता दें कि हिंडन नदी के तट पर नगर निगम की ओर से सांई उपवन तैयार किया हुआ है। प्रत्येक वर्ष कांवड़ शिविर नगर निगम की ओर से आयोजित किया जाता है। कांवड़ शिविर इस बार भी बड़े स्तर पर लगाया गया है जहां हजारों कांवड़ियें रोजाना भोजन एवं प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं। बीते शुक्रवार को कनेक्शन लेने के नाम पर गाजियाबाद नगर निगम व पावर कारपोरेशन आमने सामने
आ गये।
पावर कारपोरेशन ने बिजली की सप्लाई को बाधित कर दिया। बिजली बाधित किए जाने के बाद निगम ने बिजली की सप्लाई खुद के जनरेटर के माध्यम से दी। बिजली कनेक्शन को लेकर देररात तक बातचीत का दौर जारी रहा। पूरा मामला डीएम आरके सिंह के संज्ञान में आया और डीएम आरके सिंह के आदेश पर सांई उपवन में बिजली का कनेक्शन जारी किया गया। गाजियाबाद नगर निगम और पावर कारपोरेशन की इस लड़ाई के बीच निगम का 300 लीटर डीजल स्वाह हो गया। निगम कर्मचारी का कहना था कि जितना डीजल व पूरे कांवड़ मेले के दौरान खर्च करते उतना डीजल आपसी खींचतान में खत्म हो गया।