Greater Noida Desk: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य की आर्थिक गति को मजबूती से बढ़ाने के लक्ष्य के साथ, ग्रेटर नोएडा में डेटा सेंटर परियोजना के अंतर्गत रिक्त प्लॉट्स की बिक्री के लिए एक नई स्कीम शुरू की है। इसके अंतर्गत, यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने सेक्टर 28 में 5 केटेगरीज के प्लॉट्स के लिए निवेशकों से आवेदन मांगे हैं। इस प्रक्रिया की शुरुआत बुधवार, 27 सितंबर से हुई है और इसमें 28.17 करोड़ से 176 करोड़ रुपए के बीच प्लॉट्स के प्रीमियम का निर्धारण किया गया है। यहां, 2.81 करोड़ से 17.67 करोड़ रुपए के बीच अलग-अलग केटेगरीज के हिसाब से प्लॉट्स की रजिस्ट्रेशन फीस भी निर्धारित की गई है।
इस परियोजना के महत्व को देखते हुए, ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 28 का महत्व बढ़ा है क्योंकि यहां कई महत्वपूर्ण स्थल हैं, जैसे कि जेवर एयरपोर्ट, इंटरनेशनल फिल्म सिटी, यमुना एक्सप्रेसवे, और बुद्ध सर्किट, जिसके कारण बेहतर कनेक्टिविटी और पॉड ट्रांजिट सिस्टम के रूप में भारत में अपनी तरह की पहली विश्व स्तरीय परियोजना है। इस परियोजना में प्लॉट लेने वालों को महत्वपूर्ण सुविधाएं मिलेंगी जैसे कि अच्छी कनेक्टिविटी और पॉड ट्रांजिट सिस्टम का लाभ।
बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी
उत्तर प्रदेश में औद्योगिक निवेश को बढ़ाने के लिए, इस परियोजना के अंतर्गत प्लॉटों की बिक्री की प्रक्रिया शुरू की गई है। आवेदनकर्ताओं को 26 अक्टूबर 2023 तक आवेदन करने का मौका मिलेगा, और अधिक जानकारी के लिए वे यीडा की आधिकारिक वेबसाइट पर लॉगिन कर सकते हैं।
प्लॉट्स का विवरण हुआ जारी
इस परियोजना में प्लॉटों के बारे में विस्तार से जानकारी उपलब्ध है, जिसमें प्लॉटों का क्षेत्रफल, सेक्टर, प्रति स्क्वेयर मीटर की दर, प्रिफरेंशियल लोकेशन चार्ज (पीएलसी), रेजिस्ट्रेशन अमाउंट, और कुल प्रीमियम शामिल है। ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 28 में 1.25 लाख स्क्वेयर मीटर की प्लॉटिंग संख्या डी-1 के लिए रेट अलॉटमेंट प्रति स्क्वेयर मीटर की दर 12,786 रुपए निर्धारित की गई है। इस पर 10 प्रतिशत पीएलसी के हिसाब से रजिस्ट्रेशन अमाउंट 17.67 करोड़ रुपए निर्धारित किया गया है, जो सबसे अधिक है। अन्य चार केटेगरीज में भी प्लॉटिंग्स, रजिस्ट्रेशन फीस, और प्रीमियम अमाउंट की जानकारी यीडा की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है।
बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ यीडा ने मिलाया हाथ
इस परियोजना के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा भी यीडा के साथ है और इस प्रक्रिया को बैंकिंग पार्टनर परियोजना के तौर पर संचालित करेगा। इस प्रक्रिया में, निर्धारित प्रक्रिया के तहत पात्र आवेदकों का चयन किया जाता है, इससे भ्रष्टाचार और अनैतिकता के बिना साफ और निष्कल्प प्रक्रिया को पुनर्जीवित किया गया है, और सभी औद्योगिक विकास प्राधिकरणों में इसी प्रकार की प्रक्रिया के माध्यम से आवेदकों का चयन किया जा रहा है।
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