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उत्तर प्रदेश

केंद्र में धन्नासेठों की सरकार : मायावती

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लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (सपा) की अध्यक्ष मायावती ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और प्रतिपक्षी पार्टियों, खासकर कांग्रेस पार्टी के बीच भारी कटुता व राजनीतिक टकराव से देश के समक्ष संकट की परिस्थिति उत्पन्न होने की आशंका जताई है।(utter pradesh hindi news) 

मायावती ने संसद में मोदी सरकार के विपक्षी दलों के साथ रवैये से लोकतंत्र के कमजोर पड़ने की बात भी कही है। बसपा मुखिया ने मोदी सरकार को पूंजीपतियों व धन्नासेठों व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के इशारों पर चलने वाली सरकार करार दिया है।

बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा, “सत्ताधारी दल भाजपा व सरकार में बैठे उसके शीर्ष नेतृत्व ने अपने ऊपर ‘ललितमोदीगेट’ व ‘व्यापम खूनी महाघोटाला’ के संबंध में देश की वाजिब चिंताओं व भ्रष्टाचार के संबंध में सटीक तर्को के आधार पर लोगों को संतुष्ट करने की अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई।

उन्होंने कहा कि ललितमोदीगेट व व्यापम खूनी महाघोटाले के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खामोशी को देश की जनता ‘सत्ता का अहंकार’ मानती है।

उन्होंने कहा कि सैनिकों के संबंध में ‘वन रैंक वन पेंशन’ का कानून बन जाने के बावजूद उसे लागू नहीं कर मोदी सरकार ने इस बारे में भी चुनावी वादा अभी तक नहीं निभाया। इस संबंध में केंद्र सरकार को सर्वोच्च न्यायालय में बार-बार फटकार व अवमानना भी झेलनी पड़ रही है। कुल मिलाकर यह वादाखिलाफी करने वाली सरकार साबित हो रही है।

जीएसटी को देशहित में न बताते हुए उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार का यह तर्क भी सही नहीं है कि नया संशोधित भूमि अधिग्रहण कानून व जीएसटी के बिना देश का विकास अवरुद्ध हो रहा है, क्योंकि वर्ष 1998 से वर्ष 2009 के दौरान 11 वर्षो तक इन दोनों ही कानूनों के बिना ही भारत ने साढ़े 8 प्रतिशत की विकास दर से तरक्की की थी।

मायावती ने कहा कि देश के समस्त गरीबों, मजदूरों, किसानों, बेरोजगारों को खासतौर से और दलितों, पिछड़ों व धार्मिक अल्पसंख्यकों को आमतौर से यह समझ लेना चाहिए कि भाजपा व नरेंद्र मोदी की सरकार केवल बड़े-बड़े पूंजीपतियों व धन्नासेठों व आरएसएस के ही इशारों पर चलने वाली सरकार है। इनके अलावा यह सरकार किसी की भी होने वाली नहीं है।

उन्होंने कहा कि यही कारण है कि केवल इन्हीं मुठ्ठीभर लोगों को लाभ पहुंचाने वाली नीति व कार्यक्रमों को लागू करने में यह सरकार पूरी जी-जान से लगी हुई है और इनके लिए ही नए-नए कानून व नियम बनाती जा रही है।

मायावती ने नई दिल्ली की प्रमुख सड़कों में से एक ‘औरंगजेब रोड’ का नाम बदलकर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर किए जाने के फैसले को गलत परंपरा की शुरुआत बताते हुए इसकी निंदा की। उन्होंने कहा कि मुगल शासक औरंगजेब व भारतरत्न अब्दुल कलाम दोनों ही अपने-अपने समय में खास महत्व रखने वाली शख्यित हंै और ऐसे एक व्यक्ति के नाम को हटाकर दूसरे व्यक्ति के नाम पर सड़क का नामकरण करना संकीर्ण मानसिकता को प्रदर्शित करता है व इससे देश की बदनामी भी होती है।

मायावती ने कहा कि अब्दुल कलाम के नाम पर किसी नई सड़क या किसी दूसरी सड़क का नामकरण किया जाना चाहिए और औरंगजेब रोड का नाम फिर से बहाल कर दिया जाना चाहिए, यही उचित होगा।

उत्तर प्रदेश

साल 2023 में 55 थानों वाला हो जाएगा पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद!

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35 से अधिक एसीपी स्तर के अधिकारियों को भी मिलेगी तैनाती
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम को मजबूत और पहले से अधिक क्रियाशील बनाने के लिए साल 2023 के अंत तक गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत 55 थानों को चालू कर दिया जाएगा। वर्तमान में गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत 23 थाने बने हुए हैं, जबकि 10 नए थानों को जल्द शुरू करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है।
वहीं पुलिस के बेहद करीबी सूत्र बता रहे हैं कि गाजियाबाद के शहर, रूरल और ट्रांस हिंडन जोन में थानों की कुल संख्या 55 हो जाएगी। इसी के साथ गाजियाबाद में एसीपी स्तर के अधिकारियों की संख्या में भी इजाफा होगा। गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत 25 से अधिक सर्किल भी होने के कयास लगाया
जा रहा है।
वर्तमान में कुल 9 सर्किल हैं। सर्किल बढ़ने के साथ ही यहां एसीपी स्तर के अधिकारियों को नई तैनाती की जा सकती है जिसकी कुल संख्या 35 तक जा सकती है।
वर्तमान में गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत एसीपी स्तर के 17 अधिकारियों के लिए पद सृजित किए गए हैं, जो साल 2023 के अंत तक बढ़कर 35 तक
पहुंच जाएंगे।
प्रभारी मंत्री के सामने उठा था थानों व सर्किल बढ़ाने का मुद्दा
बीते दिनों उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और गाजियाबाद के प्रभारी मंत्री के रुप में पहुंचे, उत्तर प्रदेश पुलिस के पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण के जिला मुख्यालय में हुए कार्यक्रम के दौरान गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों ने उनको जानकारी दी थी कि गाजियाबाद कमिश्नरेट में लगातार थानों की संख्या बढ़ाने का कार्य चल रहा है। साल 2023 के अंत तक जिले के तीनों जोन को मिलाकर थानों की कुल संख्या 55 तक पहुंच सकती है।
वहीं एसीपी स्तर के अधिकारियों की संख्या भी शासन द्वारा 17 तय की गई की गई थी। जिससे भविष्य में बढ़ाया जाना है। वहीं एसीपी स्तर के अधिकारियों को तैनाती देने के लिए नए सर्किल वितरित किए जाएंगे।
सर्किल आॅफिसर पर रहेगा दो थानों का प्रभार !
पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद के अंतर्गत 55 थानों को शुरू कर दिया जाएगा। तो प्रत्येक सर्किल आॅफिसर के अंतर्गत 2-2 थानों का सर्किल रहेगा। यह समीकरण सिटी से लेकर नदियापार और देहात के थानाक्षेत्रों में भी लागू होंगे। वहीं एसीपी स्तर के अधिकारियों के पास भी दो महत्वपूर्ण जिम्मेदारी रहने की संभावना जताई जा रही है।

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उत्तर प्रदेश

लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने ली बड़ी गारंटी

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कहा-साधु संतों के आशीर्वाद से होली के बाद लोनी होगी अपराध मुक्त
वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)

गाजियाबाद। लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर कई दिनों की खामोशी के बाद फिर से फॉर्म में आये हैं। उनके घर पर हरिद्वार से साधु संत आये हैं। शुक्रवार को लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर के घर पर साधु संतों का डेरा था। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने साधु संतों की सेवा की और बताया कि ये सभी साधु नाथ पंथ के साधु हैं और एक सप्ताह तक यानी महाशिवरात्रि तक लोनी में ही हवन करेंगे। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि इस हवन से लोनी में राक्षस प्रवृति के लोग, असुरी शक्तियां, भटकती आत्मायें सभी को तर्पण दिया जायेगा।
जिनकी हत्या हुई है और अकाल मौत को प्राप्त हुए हैं उनकी आत्मा की शांति के लिए भी तर्पण होगा। लेकिन जिन लोगों ने आपराधिक कृत्य किये हैं उनके नष्ट होने का आह्वान इस हवन में होगा। ये यज्ञ अपने आप में महत्वपूर्ण है। लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने गारंटी ली कि आने वाली होली के बाद इस हवन के इफैक्ट दिखाई देंगे। लोनी गारंटी से अपराध मुक्त हो जायेगी। वैसे अभी भी पहले की तुलना में लोनी में क्राइम
कम है।
लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने यह कहकर अधिकारियों का ध्यान हिन्दी भवन में उस समय अपनी ओर खींचा जब उन्होंने कहा कि राम राज्य या तो लोनी में है या फिर अयोध्या
में है।

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उत्तर प्रदेश

रैपिड रेल का उद्घाटन करने आ सकते हैं गाजियाबाद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

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वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)

गाजियाबाद। रैपिड रेल प्रोजेक्ट पूरा हो चुका है और इस रूट पर रैपिड रेल का ट्रायल रन चल रहा है। बताया जाता है कि ट्रायल रन भी लगभग पूरा हो चुका है और स्टेशन का काम भी पूरा है। ये एक बड़ा प्रोजेक्ट है और केन्द्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह के लोकसभा क्षेत्र में इसे एक बड़ा तोहफा माना जा रहा है। लोकसभा सांसद जनरल वीके सिंह ने रैपिड रेल प्रोजेक्ट को लेकर केन्द्र सरकार में विशेष प्रयास किये और एक तरह से यह प्रोजेक्ट गाजियाबाद में लोकसभा सांसद जनरल वीके सिंह की देन कहा जा सकता है। अब गाजियाबाद ऐसा शहर हो गया है जहां रैपिड रेल जनता के लिए समर्पित की जानी है। सूत्र बता रहे हैं कि मार्च महीने में रैपिड रेल का उद्घाटन हो सकता है और इस बात की प्रबल संभावना जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रैपिड रेल का उद्घाटन करने के लिए आ सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि रैपिड रेल का उद्घाटन मार्च के महीने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कर कमलों द्वारा होगा। कयास ये भी लगाये जा रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब गाजियाबाद आयेंगे तो वो रैपिड रेल का उद्घाटन साहिबाबाद से करेंगे या दुहाई स्टेशन को इसके लिए चुना जायेगा।

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