Connect with us

उत्तर प्रदेश

चंद्रकांता नगरी बनेगी टूरिस्ट स्पॉट!

Published

on

चुनार (उत्तर प्रदेश)| देश के मशहूर उपान्यासकार देवकीनंदन खत्री के चर्चित उपन्यास ‘चंद्रकांता’ से जुड़ी अहम चीजों से रू-ब-रू होने का मौका लोगों को जल्द ही मिलेगा। (latest news) पर्यटन विभाग की मानें तो चंद्रकांता के तिलिस्मी चुनारगढ़ (चुनार का किला) व चंद्रकांता नगरी नौगढ़ (चंदौली) को पर्यटन के तौर पर विकसित करने की कवायद शुरू हो चुकी है। यहां विदेशी सैलानी भी घूमते नजर आएंगे।

पूर्वाचल के मिर्जापुर में कैमूर पर्वत पर चुनार किला गंगा किनारे स्थित है। चंद्रकांता के चुनारगढ़ से पहले यह किला हिंदू शक्ति के रूप में जाना जाता है।

क्षेत्रिय पर्यटन अधिकारी रवींद्र मिश्र की मानें तो इस ऐतिहासिक किले को टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित करने का प्रोजेक्ट केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के निर्देश पर तैयार किया गया है। डेवलपमेंट का प्लान तैयार कर राज्य और केंद्र सरकार को भेजा गया है।

उन्होंने बताया, “6 करोड़ रुपये की लागत से किले को सोलर लाइटें से जगमगाने के साथ ही पर्यटकों के लिए किले के अंदर बैठने की समुचित व्यवस्था करने के साथ ही शुद्घ पेयजल की व्यवस्था भी की जाएगी। बजट मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।”

पूर्वाचल का स्वर्ग कहा जाने वाला नौगढ़ (चंद्रकांता नगरी) के रूप में जाना जाता है। इस इलाके में विंध्य पर्वत की गोद में बने देवदरी के झरने से गिरते जल का नजारा पर्यटक रोप-वे से देख सकेंगे।

पर्यटन विभाग के सूत्रों की मानें तो वन विभाग व जिलाधिकारी की ओर से रोप-वे निर्माण का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है। इस पर 1़ 20 करोड़ रुपये की लागत आएगी।

पर्यटन विभाग के मुताबिक, चुनार के किले का इतिहास सदियों पुराना है। हिंदू काल के भवनों के अवशेष अभी तक इस किले में मौजूद हैं। उस काल के महत्वपूर्ण चित्र व आदि विक्रमादित्य द्वारा बनवाया गया भतृहरि का मंदिर बेहद महत्वपूर्ण है।

मंदिर में विक्रमादित्य की समाधि भी है। इसके अलावा सोनवा मंडप, सूर्य घड़ी, विशाल कुआं, बड़ी सुरंग और मुगलों के मकबरे भी हैं। इन सबका निर्माण शेरशाह सूरी ने करवाया था। अंग्रेजी हूकुमत के दौर में भी सैन्य दृष्टि से इस किले का काफी महत्व था। लॉर्ड वारेन हेस्टिंग्स का यह पसंदीदा स्थल भी रहा है।

विभाग की मानें तो कोशिश यह है कि इस किले को पर्यटन केंद्र के तौर पर विकसित कर हिंदू काल में बनी इन अनोखी कलाकृतियों को लोगों तक पहुंचाया जाय। इससे लोगों को जोड़ने से पूर्वाचल में बसी इसे अनोखे स्थल का प्रचार -प्रसार दुनियाभर में आसानी से हो सकेगा।

Continue Reading
Click to comment

You must be logged in to post a comment Login

Leave a Reply

उत्तर प्रदेश

साल 2023 में 55 थानों वाला हो जाएगा पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद!

Published

on

35 से अधिक एसीपी स्तर के अधिकारियों को भी मिलेगी तैनाती
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम को मजबूत और पहले से अधिक क्रियाशील बनाने के लिए साल 2023 के अंत तक गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत 55 थानों को चालू कर दिया जाएगा। वर्तमान में गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत 23 थाने बने हुए हैं, जबकि 10 नए थानों को जल्द शुरू करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है।
वहीं पुलिस के बेहद करीबी सूत्र बता रहे हैं कि गाजियाबाद के शहर, रूरल और ट्रांस हिंडन जोन में थानों की कुल संख्या 55 हो जाएगी। इसी के साथ गाजियाबाद में एसीपी स्तर के अधिकारियों की संख्या में भी इजाफा होगा। गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत 25 से अधिक सर्किल भी होने के कयास लगाया
जा रहा है।
वर्तमान में कुल 9 सर्किल हैं। सर्किल बढ़ने के साथ ही यहां एसीपी स्तर के अधिकारियों को नई तैनाती की जा सकती है जिसकी कुल संख्या 35 तक जा सकती है।
वर्तमान में गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत एसीपी स्तर के 17 अधिकारियों के लिए पद सृजित किए गए हैं, जो साल 2023 के अंत तक बढ़कर 35 तक
पहुंच जाएंगे।
प्रभारी मंत्री के सामने उठा था थानों व सर्किल बढ़ाने का मुद्दा
बीते दिनों उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और गाजियाबाद के प्रभारी मंत्री के रुप में पहुंचे, उत्तर प्रदेश पुलिस के पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण के जिला मुख्यालय में हुए कार्यक्रम के दौरान गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों ने उनको जानकारी दी थी कि गाजियाबाद कमिश्नरेट में लगातार थानों की संख्या बढ़ाने का कार्य चल रहा है। साल 2023 के अंत तक जिले के तीनों जोन को मिलाकर थानों की कुल संख्या 55 तक पहुंच सकती है।
वहीं एसीपी स्तर के अधिकारियों की संख्या भी शासन द्वारा 17 तय की गई की गई थी। जिससे भविष्य में बढ़ाया जाना है। वहीं एसीपी स्तर के अधिकारियों को तैनाती देने के लिए नए सर्किल वितरित किए जाएंगे।
सर्किल आॅफिसर पर रहेगा दो थानों का प्रभार !
पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद के अंतर्गत 55 थानों को शुरू कर दिया जाएगा। तो प्रत्येक सर्किल आॅफिसर के अंतर्गत 2-2 थानों का सर्किल रहेगा। यह समीकरण सिटी से लेकर नदियापार और देहात के थानाक्षेत्रों में भी लागू होंगे। वहीं एसीपी स्तर के अधिकारियों के पास भी दो महत्वपूर्ण जिम्मेदारी रहने की संभावना जताई जा रही है।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने ली बड़ी गारंटी

Published

on

कहा-साधु संतों के आशीर्वाद से होली के बाद लोनी होगी अपराध मुक्त
वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)

गाजियाबाद। लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर कई दिनों की खामोशी के बाद फिर से फॉर्म में आये हैं। उनके घर पर हरिद्वार से साधु संत आये हैं। शुक्रवार को लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर के घर पर साधु संतों का डेरा था। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने साधु संतों की सेवा की और बताया कि ये सभी साधु नाथ पंथ के साधु हैं और एक सप्ताह तक यानी महाशिवरात्रि तक लोनी में ही हवन करेंगे। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि इस हवन से लोनी में राक्षस प्रवृति के लोग, असुरी शक्तियां, भटकती आत्मायें सभी को तर्पण दिया जायेगा।
जिनकी हत्या हुई है और अकाल मौत को प्राप्त हुए हैं उनकी आत्मा की शांति के लिए भी तर्पण होगा। लेकिन जिन लोगों ने आपराधिक कृत्य किये हैं उनके नष्ट होने का आह्वान इस हवन में होगा। ये यज्ञ अपने आप में महत्वपूर्ण है। लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने गारंटी ली कि आने वाली होली के बाद इस हवन के इफैक्ट दिखाई देंगे। लोनी गारंटी से अपराध मुक्त हो जायेगी। वैसे अभी भी पहले की तुलना में लोनी में क्राइम
कम है।
लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने यह कहकर अधिकारियों का ध्यान हिन्दी भवन में उस समय अपनी ओर खींचा जब उन्होंने कहा कि राम राज्य या तो लोनी में है या फिर अयोध्या
में है।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

रैपिड रेल का उद्घाटन करने आ सकते हैं गाजियाबाद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

Published

on

वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)

गाजियाबाद। रैपिड रेल प्रोजेक्ट पूरा हो चुका है और इस रूट पर रैपिड रेल का ट्रायल रन चल रहा है। बताया जाता है कि ट्रायल रन भी लगभग पूरा हो चुका है और स्टेशन का काम भी पूरा है। ये एक बड़ा प्रोजेक्ट है और केन्द्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह के लोकसभा क्षेत्र में इसे एक बड़ा तोहफा माना जा रहा है। लोकसभा सांसद जनरल वीके सिंह ने रैपिड रेल प्रोजेक्ट को लेकर केन्द्र सरकार में विशेष प्रयास किये और एक तरह से यह प्रोजेक्ट गाजियाबाद में लोकसभा सांसद जनरल वीके सिंह की देन कहा जा सकता है। अब गाजियाबाद ऐसा शहर हो गया है जहां रैपिड रेल जनता के लिए समर्पित की जानी है। सूत्र बता रहे हैं कि मार्च महीने में रैपिड रेल का उद्घाटन हो सकता है और इस बात की प्रबल संभावना जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रैपिड रेल का उद्घाटन करने के लिए आ सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि रैपिड रेल का उद्घाटन मार्च के महीने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कर कमलों द्वारा होगा। कयास ये भी लगाये जा रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब गाजियाबाद आयेंगे तो वो रैपिड रेल का उद्घाटन साहिबाबाद से करेंगे या दुहाई स्टेशन को इसके लिए चुना जायेगा।

Continue Reading

Trending

%d bloggers like this: