लखनऊ। देश के 476 शहरों में केंद्र के शहरी विकास मंत्रालय ने जो स्वच्छता का परीक्षण कराया, उसमें यूपी का सिर्फ इटावा शहर ही पास हो सका है।(up latest news) सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह के जिले के इस शहर ने देश के सबसे साफ 100 शहरों में भी अपनी जगह बनाई है। वहीं, स्वच्छ भारत का नारा देने वाले पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी 418वां स्थान लेकर सबसे गंदे शहरों में शुमार हुआ है।
शहरी विकास मंत्रालय ने एक लाख से ज्यादा की आबादी वाले जिन 61 शहरों में स्वच्छता का पैमाना मापा, उनमें आगरा शहर 145वां स्थान लेकर बेहतर हालत में है। वहीं, गृहमंत्री राजनाथ सिंह का संसदीय क्षेत्र लखनऊ 220वें स्थान पर रहा। जिन 28 राज्यों की राजधानी में स्वच्छता का पैमाना मापा गया, उनमें लखनऊ का नंबर 20वां है। यानी स्वच्छता के मामले में सूबे की राजधानी भी फेल रही है।
स्वच्छता सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी के वाराणसी के पास ही स्थित इलाहाबाद शहर साफ-सफाई के मामले में 383वें और कानपुर 241वें स्थान पर है। पश्चिमी यूपी का बुलंदशहर 476 शहरों में 420वें स्थान पर है। सोनिया गांधी का संसदीय क्षेत्र रायबरेली भी बेहतर स्थिति में नहीं है। उसका स्थान 240वां है। आगरा की हालत थोड़ी बेहतर है। ये शहर 145वें स्थान पर रहा है। इस तरह यूपी का करीब-करीब हर इलाका स्वच्छता के पैमाने पर सफल होने में नाकाम रहा है।
शहरी विकास मंत्रालय ने वित्तीय वर्ष 2014-15 में स्वच्छता का ये सर्वे कराया था। इसमें खुले में शौच, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, सीवेज मैनेजमेंट, दूषित पानी के शोधन, पेयजल की व्यवस्था और जल स्रोतों की शुद्धता के साथ ही पानी से होने वाली बीमारियों को बिंदु बनाकर उसमें शहरों की हालत देखी गई थी। बता दें कि पीएम मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहरों पर ज्यादा जोर दिया गया था। आने वाले दिनों में मंत्रालय अब शहरों को 100 नंबर के आधार पर मापने जा रहा है।
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