लखनऊ। उत्तर प्रदेश लोक निर्माण, सिंचाई, जल संसाधन, सहकारिता एवं राजस्व विभाग मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव ने लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन ,विश्वैसरैया हाॅल में एक दिवसीय राज्य स्तरीय आपदा प्रबन्धन एवं आपदा न्यूनीकरण पर आयोजित कांफेंस को सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण द्वारा समुदाय आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम के आलोक में जन-सामान्य के लोगों को आपदा प्रबन्धन मे जागरूक एवं प्रशिक्षित किये जाने की आवश्यकता है। (samajwadi party hindi news) श्री यादव ने कहा कि विद्यालय में आपदा प्रबन्धन के प्रति जन-जागरूकता फैलाने का आह्वाहन करते हुए विद्यालयों को आपदारोधी बनाये जाने की आवश्यकता बतायी। उन्होंने गत वर्ष में उत्तराखण्ड में आये भीषण आपदा व बाढ़ विभीषिका, ओलावृष्टि एवं हाल मे आये नेपाल में भूकम्प के दौरान प्रदेश के अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा किये गये आपदा प्रबन्धन सम्बन्धी कार्यों की प्रसंशा करने योग्य है तथा प्रबन्धनतंत्र को और अधिक सुदृढ़ीकृत किये जाने की आवश्यकता पर बल दिया। श्री यादव ने आपदा प्रबन्धन एवं आपदा न्यूनीकरण पर उचित समय पर काफेंस आयोजित किये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा आपदा प्रबन्धन को प्रदेश के विकास के लिए अति महत्वपूर्ण बताया।
कार्यक्रम का सम्बोधन करते हुए मुख्य सचिव उ0प्र0 शासन श्री आलोक रंजन द्वारा उपस्थित अधिकारियों व प्रतिभागियों को प्रदेश में आपदा प्रबन्धन की महत्ता बताते हुए शीघ्र ही प्रदेश मे राज्य आपदा मोचक दल गठित कर लिए जाने की घोषणा की गयी। उन्हांेने इस सम्बंध मे यह भी बताया कि प्रमुख सचिव गृह, की अध्यक्षता में समिति गठित की गयी। मुख्य सचिव महोदय द्वारा मा0 मुख्यमंत्री जी की अध्यक्षता में गठित उ0प्र0 राज्य आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण द्वारा प्रदेश के 9000 अति संवेदनशील ग्राम पंचायतों में दिये गये प्रशिक्षण का उल्लेख करते हुए प्रदेश में आपदा प्रबन्धन के सम्बन्ध में राज्य सरकार द्वारा की जा रही कार्यवाही की जानकारी दी गयी। मुख्य सचिव महोदय द्वारा प्रदेश के विकास में आपदा प्रबन्धन को महत्वपूर्ण बताते हुए इसमे समुदाय की सहभागिता एवं आपदा प्रबन्धन तंत्र को सुदृढ़ीकरण किये जाने को आवश्यक बताया गया।
प्रमुख सचिव राजस्व श्री सुरेश चन्द्रा द्वारा प्रदेश मे समुदाय आधारित आपदा प्रबन्धन की संस्कृति विकसित किये जाने की आवश्यकता बताते हुए राज्य आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण तथा जिला आपदा प्राधिकरण को शसक्त किये जाने की आवश्यकता पर बल दिया गया। इसके अतिरिक्त प्रमुख सचिव द्वारा विद्यालयों में आपदा प्रबन्धन के प्रति जागरूकता लाने की आवश्यकता बतायी गयी।
राष्ट्रीय आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण के सदस्य सचिव श्री आर0के0 जैन ने प्रदेश सरकार द्वारा सेन्डाई फ्रेमवर्क एवं आपदा न्यूनीकरण विषय पर आयोजित कांफे्रंस को अत्यधिक महत्वपूर्ण बताते हुए इसकी प्रासंगिकता एवं औचित्य पर प्रकाश डाला गया। उनके द्वारा यह भी बताया गया कि उ0प्र0 इस तरह का आयोजन करने वाला पहला राज्य है और राज्य सरकार इस आयोजन के लिए बधायी की पात्र है।
कांफ्रेस में संयुक्त सचिव भारत सरकार श्री संजयभूस रेड्डी द्वारा हाउसिंग एवं अरबन डेवलपमेंट तथा एनीमल हस्ब्रैन्डी में डी0आर0आर0 मेनस्ट्रीमिंग, प्रमुख सचिव, खेलकूद विभाग श्रीमती अनीता भटनागर जैन द्वारा डिजास्टर मैनेजमेंट प्लानिंग एवं रिस्क रिडक्शन, जिलाधिकारी लखीमपुर खीरी श्रीमती किंजल सिंह द्वारा मेंनस्ट्रीमिंग आॅफ डी0आर0आर0 इन एजूकेशन सेक्टर, डा0 संदीप तिवारी द्वारा मेंनस्ट्रीमिंग आॅफ डी0आर0आर0 इन हेल्थ सेक्टर तथा महानिदेशक होमगार्ड श्री रंजन द्विवेदी द्वारा मेंनस्ट्रीमिंग आॅफ डी0आर0आर0 इन पुलिस/होमगार्ड विषय पर प्रस्तुतिकरण के माध्यम से प्रतिभागियों को विस्तार से अवगत कराया गयाा। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी आगरा, जिलाधिकरी गोरखपुर एंव आयुक्त कानपुर मंडल के प्रतिनिधियों द्वारा इस क्षेत्र में अपने-अपने जनपदों में किये गये कार्यों के आधार पर प्रस्तुतिकरण के माध्यम से अपने ज्ञान एवं अनुभव को साझा किया गया।
सचिव एवं राहत आयुक्त उ0प्र0 श्रीमती लीना जौहरी द्वारा ’’आपदा प्रबन्ध एवं आपदा न्यूनीकरण’’ विषय पर राज्य स्तरीय कांफ्रेंस आयोजित किये जाने के औचित्य एवं आवश्यकता संक्षिप्त प्रस्तुतिकरण द्वारा प्रकाश डाला गया। उनके द्वारा प्रदेश मे आपदा की संवेदनशीलता एवं आपदा प्रबन्धन के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा की जा रही कार्यवाहियों का भी संक्षेप मे प्रस्तुतिकरण किया गया।
इस अवसर पर मुख्य सचिव के अतिरिक्त राष्ट्रीय आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण के सदस्य श्री आर0के जैन, संयुक्त सचिव पशुपालन मंत्रालय भारत सरकार श्री संजयभूस रेड्डी , प्रमुख सचिव खेलकूद विभाग, उत्तर प्रदेश शासर श्रीमती अनीता भटनागर जैन एवं सचिव राहत आयुक्त उ0प्र0 श्रीमती लीना जौहरी उपस्थित रहीं।
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