जांच में जो भी और लोग दोषी मिलेंगे, उन्हें भी बख्शा नहीं जाएगा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने एक बार फिर साफ किया कि शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी -2021) इसी माह आयोजित की जाएगी और इसकी तिथि जल्द ही घोषित कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यूपीटीईटी के पर्चा लीक मामले की शुरुआती जांच में जो भी लोग दोषी पाए गए हैं, उन पर कार्रवाई की गई है। जांच में जो भी और लोग दोषी मिलेंगे, उन्हें भी बख्शा नहीं जाएगा। द्विवेदी ने कहा कि यूपी में बीजेपी सरकार ने पारदर्शी व्यवस्था लागू की है। पार्टी के राज्य मुख्यालय में बीजेपी के ‘फर्क साफ है’ अभियान के तहत उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों ने बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हुए प्राथमिक शिक्षा पर ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण प्रदेश में शिक्षा का बाजारीकरण होता चला गया।
बेसिक शिक्षक मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने वर्ष 2017 से ही एक मिशन की तरह काम किया और आज की तारीख में गरीब से गरीब परिवार भी अपने बच्चों को स्कूल भेजने में सक्षम है। सरकार स्कूली बच्चों को छात्रवृत्ति से लेकर यूनिफार्म तक की सुविधा उपलब्ध करा रही है। आज हमारे विद्यालयों में एक करोड़ 80 लाख से भी ज्यादा छात्र-छात्राएं नांमाकित हैं। प्रदेश में 25 हजार शिक्षकों को पूरी पारदर्शिता से भर्ती किया गया है। बता दें कि शिक्षक पात्रता परीक्षा के तहत प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 13।52 लाख और उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 8।93 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। परीक्षा का आयोजन 28 नवंबर 2021 को दो पालियों में किया जाना था,लेकिन परीक्षा से ठीक पहले पेपर लीक हो जाने के कारण परीक्षा को स्थगित कर दिया गया। इस मामले में एसटीएफ ने कई जगह छापेमारी की है। प्रयागराज तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश से कई आरोपी हिरासत में लिए गए हैं। गाजियाबाद, मथुरा और बुलंदशहर में पेपर वॉट्सऐप पर वायरल हो गया था।