लखनऊ /एटा| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तर प्रदेश ईकाई के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने मांग की है कि नोएडा प्राधिकरण के निलंबित चीफ इंजीनियर यादव सिंह के मामले में पुलिस महानिदेशक जगमोहन यादव व लोकायुक्त एनके महरोत्रा की भी जांच होनी चाहिए। (bjp hindi news) वाजपेयी ने कहा कि लोकायुक्त को यह बताना चाहिए कि किन कारणों से उन्होंने पहले की जांच में यादव सिंह को आरोपमुक्त किया था। बाजपेयी बुधवार को एटा के सरस्वती विद्या मंदिर में संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
बाजपेयी ने कहा कि भाजपा ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जो मुहिम चलाई है वह आगे भी जारी रहेगी। मामला चाहे लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अनिल यादव का हो, यादव सिंह का हो या फिर वर्ष 2002 तक बीपीएल कार्ड होल्डर रहे मंत्री गायत्री प्रजापति का, भाजपा भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आक्रामकता जारी रखेगी।
निलंबित आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर के खिलाफ लगे आरोपों व उनके खिलाफ की गई कार्रवाई के बारे में बाजपेयी ने कहा कि अमिताभ के विरूद्घ सरकार को कोई कार्रवाई करनी थी तो उस समय करती जब वह इन कथित घटनाओं को अंजाम दे रहे थे लेकिन गायत्री प्रजापति प्रकरण में जैसे ही ठाकुर परिवार की याचिका पर प्राथमिकी दर्ज हुई सरकार ने अमिताभ के विरूद्घ ही कार्रवाई शुरू कर दी।
बीयर बार और डिस्को संचालक सचिन दत्ता को महामंडलेश्वर बनाए जाने के मामले में बाजपेयी ने कहा कि वह संत की परिभाषा पर खरे नहीं उतरते ऐसे में उन्हें महामंडलेश्वर बनाना उचित नहीं। यह नोएडा के लोगों से पैसा लेकर भागा व्यक्ति है। ऐसे व्यक्ति के संत बनने के कार्यक्रम में सपा नेता शिवपाल सिंह यादव व ओमप्रकाश सिंह का पहुंचना भी सपा का भ्रष्टाचार को संरक्षण देने का सबूत है।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय जांच ब्यूरो की टीम ने मंगलवार को ही यादव सिंह के करीब 14 ठिकानों पर छापेमारी कर महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं।
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