गाजियाबाद (करंट क्राइम)। जनपद के मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक को गाजियाबाद नगर निगम का नगरायुक्त बनाया गया है। वहीं वर्तमान नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड को हापुड़- पिलखुवा विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनाया गया है। 2018 बैच के आईएएस अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक ने 19 अप्रैल, 2022 को गाजियाबाद में बतौर मुख्य विकास अधिकारी कार्यभार संभाला था। वे करीब साढ़े 16 महीने तक सीडीओ के पद पर तैनात रहे। अब इन्हें इसी शहर में नगरायुक्त बनाया गया है। विक्रमादित्य सिंह मलिक ने मुख्य विकास अधिकारी रहते हुए तमाम उत्कृष्ट कार्य किये। उनकी गिनती एक ऐसे सक्रिय अधिकारी के रुप में की जाती है जो हमेशा जनहित और विकास के मुद्दों पर फोकस बनाए रखते है। अन्न पात्र योजना को लाने में भी सीडीओ विक्रमादित्य सिंह मलिक की बड़ी भूमिका मानी जाती है। प्राथमिक विद्यालयों का निरीक्षण हो या फिर किसी सरकारी योजना को लेकर कोई बैठक, शासन की मंशा के अनुरुप सभी कार्याें को करने में सक्रिय भूमिका निभाते है। सीडीओ विक्रमादित्य सिंह मलिक ने अपने अथक प्रयासों से विकास भवन की बिल्डिंग जो जर्जर हालत में थी, उसे एक नवीन रुप देकर विकास की गाथा को लिखा। विकास भवन की बिल्डिंग का नया स्वरुप सीडीओ विक्रमादित्य सिंह मलिक की दूरदृष्टि सोच और विकास के प्रतीक को दर्शाता है। माना जा रहा है कि जब ऐसे आईएएस अधिकारी को नगरायुक्त के रुप में जिम्मेदारी मिली है तो वह अपनी सोच से शहर के विकास को भी एक नई गति प्रदान करेंगे।
जी-20 की रहेगी चुनौती
(करंट क्राइम)। विक्रमादित्य सिंह मलिक को गाजियाबाद नगर निगम में नगरायुक्त ऐसे समय बनाया गया है जब भारत को जी-20 की अध्यक्षता करने का पहली बार मौका मिला है। जिसमें 40 देशों के राष्टÑपति, प्रधानमंत्री और अन्य अधिकारी भारत आएंगे और गाजियाबाद हिंडन एयरफोर्स से एलीवेटेड रोड होते हुए दिल्ली जाएंगे। ऐसे में गाजियाबाद की छवि अन्य देशों के राष्टÑपति और प्रधानमंत्री के सामने सबसे सुंदर और स्वच्छ शहर के रुप में बनें इसकी जिम्मेदारी भ नए नगरायुक्त के कंधों पर रहेगी।
फंड की समस्या से भी जूझ रहा है
नगर निगम
(करंट क्राइम) इन दिनों नगर निगम आर्थिक समस्या
से भी जूझ रहा है। फंड की कमी के चलते कई विकास
कार्य रुके हुए है। विकास कार्यों को करने वाले ठेकेदारों
को पेमेंट नहीं मिल पा रही है। ठेकेदार रोज नगर निगम
में अपनी पेमेंट के लिए चक्कर लगा रहे है। ऐसे में नए
नगरायुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के सामने फंड
की समस्या से भी निपटना अहम चुनौती साबित होगा।
इंदिरापुरम हैंडओवर की राह हो
सकती है आसान
(करंट क्राइम)। सीडीओ विक्रमादित्य सिंह मलिक
को गाजियाबाद का ही नगरायुक्त बनाया गया है।
सीडीओ के रुप में कार्य करते हुए विक्रमादित्य सिंह
मलिक की ट्यूनिंग जिलाधिकारी और गाजियाबाद
विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह के
साथ काफी बेहतर रही है।
जिसके बाद कयास लगाए जा रहे है कि अब
इंदिरापुरम को नगर निगम को हैंडओवर करने की राह
आसान हो सकती है।
कूड़े की समस्या से भी निपटना
होगा चुनौती
(करंट क्राइम)। शहर में कूड़े की समस्या से निपटना
भी नए नगरायुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के लिए
एक चुनौती साबित होगा। अभी हाल ही में शहर में
हुए कूड़ा संकट के बाद अभी तक व्यवस्थाएं पटरी
पर नहीं आ पाई है। ऐसे में नए नगरायुक्त को शहर
को कूड़े की समस्या से निजात दिलाना भी चुनौती पूर्ण
साबित होगा।
आज देर शाम चार्ज संभाल सकते है नए नगरायुक्त
(करंट क्राइम) सूत्रों का कहना है कि नगरायुक्त डॉ. नितिन गौड़ आज शाम अपना चार्ज छोड़
सकते है। ऐसे में माना जा रहा है कि नए नगरायुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक आज देर शाम नगरायुक्त
के रुप में अपना चार्ज संभाल सकते है।
Discussion about this post