गाजियाबाद, करंट क्राइम। अक्सर देखने में आता है कि गाजियाबाद विकास प्राधिकरण में अधिकांश कर्मचारी समय से नहीं आते है या फिर शाम को भी जल्दी कार्यालय छोड़ देते है। अब ऐसे लेटलतीफ और लापरवाह कर्मचारियों की खैर नहीं है। जीडीए सचिव राकेश कुमार सिंह ने सभी अधीनस्थों को समय से कार्यालय आने और जाने के सख्त निर्देश दिये है। साथ ही ऐसा न करने वाले कर्मचारियों पर कार्यवाही का चाबुक चलाने के भी निर्देश दिये है।
जीडीए सचिव राकेश कुमार सिंह ने जीडीए में कार्यभार संभालने के बाद जीडीए कर्मचारियों के हितों से जुड़े कई विषयों पर प्रमुखता से काम किया था। जिसके तहत पिछले लंबे समय से लंबित मृतक आश्रितों को जीडीए में नौकरी प्रदान की गई। जहां जीडीए सचिव, कर्मचारियों के हितों का ध्यान रखते है। वहीं गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की वर्किंग सुधारने पर भी उनका पूरा फोकस है। कई बार जीडीए में देखा गया है कि सुबह 11-11 बजे तक कर्मचारी नहीं पहुंचते है और शाम को भी जल्दी निकल जाते है। जिसके बाद जीडीए सचिव राकेश कुमार सिंह ने सभी कर्मचारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि सभी कर्मचारी सुबह 10 बजे तक कार्यालय में उपस्थित होंगे और उपस्थिति पंजिका रजिस्टर पर अपने हस्ताक्षर करेंगे और शाम को 5 बजे जाते हुए भी उपस्थिति पंजिका रजिस्टर पर हस्ताक्षर करेंगे।
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सुबह 10.40 बजे किया उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण
जीडीए सचिव राकेश कुमार सिंह ने सोमवार सुबह 10.40 बजे गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के विभिन्न अनुभागों की उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जीडीए के नियोजन, भूखण्ड, प्रशासन, भवन अनुभाग के 22 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। सुबह 10.40 बजे तक कार्यालय में उपस्थित न होने पर सचिव द्वारा गहरी नाराजगी व्यक्त की गई।
ये कर्मचारी थे अनुपस्थित
नियोजन अनुभाग से डाफ्ट मैन सुमन, राम मेहर गिरी, अजय पाल सिंह, अनुचर अंकित कुमार, वर्कमेट गुलशन कुमार, भूखण्ड अनुभाग से कनिष्ठ लिपिक राम मिलन सिंह, प्रशासन अनुभाग से कनिष्ठ लिपिक कनिष्क सिंह और कंप्यूटर आॅपरेटर धर्मेंद्र त्यागी, भवन अनुभाग से कनिष्ठ लिपिक विनीत कुमार, राम आशीष मिश्रा, रविन्द्र शर्मा, सतीश तिवारी, सतीश त्यागी, विनोद मिश्रा, शिवनंदन त्यागी, लाल बिहारी यादव, मनोज शर्मा, मेमकला, जटा शंकर मिश्रा और नरेन्द्र बहादुर, अभियंत्रण जोन-3 से पंप आॅपरेटर मुनेश पाल सिंह और अभियंत्रण जोन-7 से कनिष्ठ लिपिक गरिमा त्यागी अनुपस्थित थे।
तीन दिन में देना होगा स्पष्टीकरण
समय से कार्यालय में न पहुंचने वाले कर्मचारियों को जीडीए की विशेष कार्याधिकारी गुंजा सिंह द्वारा कड़ा पत्र जारी किया गया है। साथ ही निर्देश दिये गये है कि तीन दिन के अंदर कार्यालय समय से न आने का स्पष्टीकरण प्रस्तुत करना होगा और संतोषजनक उत्तर न मिलने पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।