गाजियाबाद (करंट क्राइम)। कौन होगा? भाजपा से महापौर प्रत्याशी, यह कह पाना अभी संभव नहीं हैं। अभी तो यह भी पता नहीं हैं कि महापौर जनरल सीट से होगा अथवा आरक्षित सीट से होगा। परन्तु अभीतक महापौरों के चुनाव में जो भी महापौर हुए उसमें से किसी भी महापौर ने यह घोषणा आज तक नहीं कि नगर निगम की ठेकेदारी कमीशन समाप्त होगी।
आज गाजियाबाद नगर निगम में निर्माण विभाग में लगभग 27 प्रतिशत कमीशन हैं। जल-कल विभाग में 20 से 22 प्रतिशत कमीशन हैं विद्युत विभाग में भी 20 से 22 प्रतिशत कमीशन हैं स्वास्थ्य विभाग में 20 से 25 प्रतिशत कमीशन हैं और यहॉं तक कि सी0एल0सी0 के माध्यम से रखे जाने वाले कर्मचारियों के लिए भी कमीशन भरपूर हैं और सी0एल0सी0 में तो एक बहुत बडा घोटाला हैं। सी0एल0सी0 में पंजीकरण कराईये पंजीकरण शुल्क 200 से लेकर 2000 रुपए तक हैं और सी0एल0सी0 में किसी भी पद के लिए पंजीकरण करा सकते हैं। नौकरी मिलगी या नहीं इसकी कोई गारंटी नहीं हैं । नगर निगम में जो भी टेण्डर छोडे जाते हैं 20 से 25 प्रतिशत बिलो तक टेण्डर जाते हैं । ठेकेदार 27 प्रतिशत कमीशन देगा 12 से 18 प्रतिशत जीएसटी देगा। इस हिसाब से अगर आप हिसाब लगाये, तो नगर निगम के विकास कार्यों मे ं गुणवक्ता कहॉं से आयेगी। क्या नवम्बर दिसम्बर के आगामी महापौर के चुनाव में कोई भी प्रत्याशी यह घोषणा करने को तैयार हैं कि मैं नगर निगम की कमीशन समाप्त करूँगा। और गुणवक्ता पर ध्यान दूँगा और यदि हॉं तो कैसे? आगामी नगर निगम चुनाव बहुत नजदीक हैं प्रत्याशी अपनी भाग दोड़ में लग े हुए हैं। जितने भी प्रत्याशी भाग दोड़ में लगे हैं क्या उनमें से कोई ऐसा प्रत्याशी हैं जो टिकट मिलने से पूर्व यह घोषणा कर सके की मैं नगर निगम से कमीशन समाप्त करूँगा और नगर निगम के विकास कार्यों में गुणवक्ता का विशेष ध्यान रखूँगा । आशा हैं आनेवाला नगर निगम का चुनाव इसी मुद्दे पर लड़ा जायेगा ।
पं0 हिमांशु लव, निगम पार्षद