Ghaziabad: ग़ाज़ियाबाद नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ महापौर के सख्त कदमों के बाद गर्दिश चल रही है। नगर निगम के अधिकारी, स्वार्थपर कदम उठाने की चेष्टा करते हैं, लेकिन महापौर के नजर उनकी क्रियाओं पर है और वह इसे सही करने के लिए सख्त उपाय कर रहे हैं। हाल ही में, नगर निगम अधिकारियों ने नगर की सीमा से बाहर काम करने के लिए ऑनलाइन टेंडर जारी किया, जिस पर महापौर ने आपत्ति जताई है क्योंकि यह अनुमति प्राप्तिपूर्ण नहीं है। महापौर के आदेश के चलते, निगम के अधिकारी अब स्वयं लाभ की परंपराओं के खिलाफ आम जनता के हित में काम कर रहे हैं।
मेयर ने उठाया कदम
सुनीता दयाल, महापौर ने चुनाव जीतने के बाद से नगर में अचल संपत्ति के कब्जे के खिलाफ महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं और इसके परिणामस्वरूप लगभग 700 करोड़ रुपये की संपत्ति को बचाया है।
इस सख्त कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य नगर की व्यवस्था में सुधार करना है, जिसके बाद समय के साथ और भी अधिक सुधार किए जा सकते हैं। महापौर के नेतृत्व में गाजियाबाद नगर निगम अब नगर के विकास और सुधार के प्रति सजग है। उनके नेतृत्व में निगम अधिकारियों के द्वारा अनैतिकता और अव्यवस्था को निष्क्रिय किया जा रहा है। नगर निगम के अधिकारियों के स्वार्थ के लिए अनैतिक कदमों का बोलबाला बनाने के बजाय, महापौर के नेतृत्व में अब नगर की जनता के हित के प्रति संकल्पित हैं।
सीमा से बाहर काम करने के आरोप
सुनीता दयाल के आदेश और नेतृत्व में, नगर निगम अब सार्वजनिक सुविधाओं और सुरक्षा के मामलों में सुधार कर रहा है और विभिन्न अवैध कृषिभूमि के सम्पत्ति कब्जे को दूर कर रहा है। इसका परिणामस्वरूप, गाजियाबाद के निगम के कर्मचारियों के बाहर जाने के लिए आपत्तियाँ उठाई जा रही हैं और सुधार की दिशा में कदम बढ़ाया जा रहा है।
महापौर की नेतृत्व में नगर निगम का साहसी कदम उठाने के बाद, निगम के कर्मचारी और अधिकारी अब जनता के हित में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। उनका प्रमुख लक्ष्य नगर की सुविधाओं को सुधारना है, ताकि नागरिकों को बेहतर और सुरक्षित जीवन जीने में मदद मिले। सुनीता दयाल द्वारा लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों के साथ, नगर निगम ने ग्राहकों के लिए सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। यह निगम के कार्यकर्ताओं के लिए आपत्तियों के बावजूद, आम जनता के हित की दिशा में बड़े पैमाने पर काम करने का संकल्प दिखाता है।महापौर और उनके नेतृत्व में नगर निगम के कर्मचारी अब नगर की सार्वजनिक सुविधाओं के स्तर को उच्च स्तर पर ले जाने के लिए सजग हैं।
अब बदलना पड़ेगा
महापौर के नेतृत्व में, गाजियाबाद नगर निगम ने अवैध कब्जे को दूर करने के लिए कई कदम उठाए हैं और नगर की अचल संपत्ति को बचाया है, नागरिकों की आवश्यकताओं को प्राथमिकता दी है और सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। नगर निगम के कर्मचारी और अधिकारी अब नागरिकों के साथ साक्षरता कार्यक्रम और स्वच्छता अभियान की तरह महत्वपूर्ण पहल कर रहे हैं। इस नये दौर में, नगर निगम के कर्मचारी नागरिकों की समस्याओं को सुनने के लिए सजग हैं और उनके साथ मिलकर समस्याओं का समाधान ढूंढ़ने में जुटे हैं।