भारत में रेड लाइट एरिया काफी सालो से प्रचलन में है, इन्हे सामाजिक दृष्टि से ठुकराया जाता है। रेड लाइट उन स्थानों को कहते हैं जहां यौन व्यवसाय और ऐसी अन्य गतिविधियां होती हैं जो सामाजिक दृष्टि से अस्वीकार्य होती हैं। गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश के एक बड़े शहर में भी ऐसे कुछ क्षेत्र हैं। ये क्षेत्र आमतौर पर गरीबी और असहायता के कारण उत्पन्न होते हैं जहां महिलाएं अपने शरीर को बेचती हैं। यह गतिविधियां कानूनी रूप से अवैध होती हैं और समाज में स्थिति को अधिकतर असहनीय बनाती हैं।
गाजियाबाद में भी कुछ ऐसे क्षेत्र हैं रेड लाइट एरिया के रूप में जाने जाते हैं। ये क्षेत्र आमतौर पर शहर के अंतिम गलियों और कमजोर समाजी वर्गों में स्थित होते हैं। इन क्षेत्रों में महिलाएं और बच्चे भी अक्सर अधिकारों से वंचित रहते हैं और रोजाना मंडी सजती है।
इन रेड लाइट एरिया को समाज में नकारात्मक देखा जाता है। इन क्षेत्रों में महिलाएं और बच्चे जिंदगी के सभी अधिकारों से वंचित रहते हैं और उन्हें समाज में स्वीकृति की कमी का सामना करना पड़ता है।
गाजियाबाद में कुछ प्रमुख रेड लाइट एरिया के नाम निम्नलिखित हैं:
शाही बाग – इस क्षेत्र में यौन व्यवसायिक गतिविधियां होती हैं और इसे गाजियाबाद का सबसे प्रमुख लाल बत्ती क्षेत्र माना जाता है।
डासना – यह भी एक लाल बत्ती क्षेत्र है जो गाजियाबाद में स्थित है।
इंदिरापुरम – यह भी गाजियाबाद में एक लाल बत्ती क्षेत्र है जहां ऐसी गतिविधियां होती हैं।
ये क्षेत्र गाजियाबाद में लाल बत्ती क्षेत्रों के प्रमुख नाम हैं, लेकिन इसके अलावा भी कुछ और क्षेत्र हो सकते हैं जो इस तरह की गतिविधियों के लिए जाने जाते हैं।