रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन के पटरी से उतरने के कारण फिलहाल पूरे ट्रैक को बंद कर दिया गया है। एक एआरटी ट्रेन(एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन) को दूधसागर की ओर भेजा गया है। विभाग के वरिष्ठ अधिकारी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
इससे पहले पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में 13 जनवरी को पटना से गुवाहाटी जा रही बीकानेर एक्सप्रेस की 12 बोगियों के दोमोहानी के निकट पटरी से उतरने से बड़ी रेल दुर्घटना हो गई थी। इसमें 9 लोगों की मौत और करीब 45 लोग घायल हो गए थे। इसके बाद रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने घटनास्थल पहुंच कर जायजा लिया और भारतीय रेलवे ने मृतकों को 5 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों को 1 लाख रुपए और मामूली रूप से घायल हुए लोगों को 25 हजार रुपए की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया था।
इस हादसे के बाद पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे सीपीआरओ के अनुसार जलपाईगुड़ी जिले में हुई दुर्घटना के बाद उस रेल लाइन पर ट्रेनों की आवाजाही को कई दिनों के लिए बंद कर दी गई थी। राहत अभियान पूरा होने के तीन दिन बाद बहाली का काम शुरू कर दिया गया जिसकी वजह से कई ट्रेनों का रूट को बदला गया, कई ट्रेनें गंतव्य स्थल तक देरी से पहुँची।