Ghaziabad: देशभर के लोगों को धोखा देने वाले हर्बल प्रोडक्ट्स के ऑनलाइन कारोबार का बड़ा पर्दाफाश हुआ है, पुलिस द्वारा गैंग के खिलाफ कठिन कदम उठाया गया है। इस गैंग के सरगना समेत तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि दो और सदस्य अब भी छुपे हुए हैं। पुलिस ने इस घोटाले का बयान दिया है कि इस ऑनलाइन गैंग ने अपनी गति से बढ़ते हुए हर्बल प्रोडक्ट्स के कारोबार को दो साल से अपनाया और इसके तहत 100 से अधिक लोगों से करोड़ों रुपए की रकम ठग ली है। वर्तमान में गाजियाबाद पुलिस दूसरे गैंग के सदस्यों की खोज कर रही है।
20 लाख की ठगी
जनता के बीच मशहूर हो रहे सत्यापन के अनुसार, नीति खंड निवासी राजेंद्र यादव ने 16 सितंबर को इंदिरापुरम थाने में 20 लाख रुपए की साइबर ठगी के मामले में शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि वे वर्तमान में रक्षा परियोजना मंत्रालय के तहत भारत सरकार के उधम इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट इंडिया लिमिटेड के साथ काम कर रहे हैं और वह ओमान सल्तनत में तैनात हैं। उन्हें ईमेल के माध्यम से हर्बल प्रोडक्ट्स के कारोबार का प्रस्ताव प्राप्त हुआ और उनसे 20 लाख रुपए की रकम काम किया गया।
3 आरोपी गिरफ्तार
इस मामले की जांच द्वारा निदेशित थाना पुलिस के साथ-साथ साइबर सेल को सौंप दी गई थी, और इस प्रयास में पुलिस को सफलता हासिल हुई है। ठगी करने वाले गैंग के खुलासे के साथ, तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, और उनकी पहचान गोरखपुर के सूरजकुंड निवासी आशीष जायसवाल, गोरखपुर के हिमायतपुर निवासी उमेश शुक्ला, और गोरखपुर के गांव पीर किराड़ी निवासी सत्यम कुमार गौड़ के रूप में हुई है। आरोपीयों के साथ सात मोबाइल फोन, दो पासबुक, दो चेक बुक, पांच आधार कार्ड, पैन कार्ड, दो ड्राइविंग लाइसेंस, 47 एटीएम और डेबिट कार्ड, दो क्रेडिट कार्ड, इंक पैड, एक मुहर, एक लाख रुपए नकद, और एक लग्जरी कार बरामद किए गए हैं।
इस घोटाले के होने से आम जनता को सतर्क रहने की आवश्यकता है और ऑनलाइन व्यापार के मामले में सावधानी बरतने की आवश्यकता है। आदरणीय पुलिस द्वारा उठाए गए कदमों के माध्यम से, इस घोटाले के दुरुपयोग को रोकने और गिरफ्तार करने का संकेत दिया गया है। यह हम सभी के लिए एक महत्वपूर्ण सन्देश है कि हमें अपने वित्तीय सौर्सों की सुरक्षा में विशेष ध्यान देना चाहिए और सतर्क रहना होगा। इसका होना साइबर अपराधों के खिलाफ जागरूकता को बढ़ाने का एक और उदाहरण है और हम सभी को इसके खिलाफ साझा कदम बढ़ाने की आवश्यकता है। साइबर अपराधों के खिलाफ मिलकर लड़ना और आपने व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा में ध्यान देना हम सभी की जिम्मेदारी है।