गाजियाबाद: मानसून की वजह से जहां पहले आई फ्लू तेजी से फेल रहा था तो वही अब डेंगू के मामलो में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। ग़ाज़ियाबाद शहर में ही अब तक डेंगू के ३४ केस आ चुके है जिसमे से एक २१ वर्षीय युवक की डेंगू की वजह से मौत भी हो गयी। गाजियाबाद नगर निगम की सफाई व्यवस्था पर इस मामले में सवाल खड़ा हो रहा है। हालत यह है कि संजय नगर के सरकारी अस्पताल में भी डेंगू का लार्वा मिला है।
गाजियाबाद में डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए लगातार अभियान चलाया गया, संचारी नियंत्रण, मच्छरों पर नियंत्रण करने के लिए एंटी लार्वा फॉगिंग, दवाइयां, छिड़काव और जन जागरण अभियान भी किया गया, लेकिन ये साड़ी चीजें कागजी कार्रवाई साबित हुई। न तो डेंगू ही रुका और नहीं सफाई देखने मिली।
कई पार्षदों का कहना है की शहर को साफ रखने की जिम्मेदारी गाजियाबाद नगर निगम की है जिसमे वो पूरी तरह से विफल साबित हुई है। फोगिंग के लिए न तो तेल है और न ही कर्मचारियों में काम करने की इच्छाशक्ति, ऐसे में डेंगू के केस बढ़ना बड़े खतरे का संकेत दे रहा है .
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