ग्रेटर नोएडा समाचार: अखिल भारतीय किसान सभा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सरकार और प्रशासन द्वारा पिछड़े समाज और गुर्जरों पर किए जा रहे अत्याचार के खिलाफ प्रधानमंत्री के प्रति आपत्ति दर्ज की। इसके अलावा, ईटेडा गांव के किसान दिनेश यादव को पुलिस ने अवैध तरीके से हिरासत में रखा और मारपीट की। इस हमले में दिनेश यादव की आंख में गंभीर चोट लगी। इसके संबंध में किसानों के बीच में भयानक आक्रोश है। इसके परिणामस्वरूप, किसानों ने पुलिस कमिश्नर के कार्यालय पर प्रदर्शन किया और दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया।
गुर्जर समाज पर छोड़े आंसू गैस
किसान सभा के सैकड़ों कार्यकर्ता 11:00 बजे कलेक्ट्रेट गेट पर इकट्ठा हुए। उन्होंने वहां पर गुवालियर में 25 सितंबर को शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे गुर्जर समाज के लोगों पर लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले छोड़े जाने, फर्जी मुकदमे दर्ज किए जाने, रासुका लगाए जाने, निर्दोष लोगों के ऊपर इनाम घोषित किए जाने और गुर्जर समाज सहित पिछड़े समाज को दबाने और कुचलने के विरोध में प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम न्यायिक दादरी को सौंपा।
मध्य प्रदेश सरकार के खिलाफ एक्शन की मांग
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन नागरिकों का संवैधानिक हक है। ग्वालियर प्रशासन ने मध्य प्रदेश सरकार के इशारे पर पिछड़े समाज के लोगों पर लाठी चार्ज करके प्रताड़ित करना नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों पर हमला है। हम इसकी घोर निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि प्रधानमंत्री हस्तक्षेप करते हुए दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करें। निर्दोष लोगों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने के आदेश मध्य प्रदेश सरकार को जारी करें।
पुलिस कमिश्नर से की एक्शन की मांग
इसके बाद, किसान सभा के सैकड़ों कार्यकर्ता नारों के साथ पुलिस आयुक्त के कार्यालय में पहुंचे। वहां, उन्होंने डीसीपी सुनीति के दफ्तर में उपस्थित एसीपी सुमित शुक्ला के खिलाफ एक्शन की मांग की। इसका कारण है कि दिनेश यादव को बिसरख थाना पुलिस द्वारा अवैध तरीके से पीटा गया। किसानों ने दिनेश यादव की आंखों में गंभीर चोट पहुंचाई और उन्हें पूरी रात गैरकानूनी हिरासत में रखने और दोषी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने के लिए मांग की। किसानों ने पुलिस कमिश्नर से यह भी अपील की कि दर्ज मुकदमों को वापस ले लिया जाए।
Discussion about this post