गाजियाबाद (करंट क्राइम)। पूर्व मंत्री बालेश्वर त्यागी इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी मुखर हैं। उनकी एक पोस्ट के बाद उस पोस्ट पर जनरल वीके सिंह के समर्थकों के कई कमेंट आये थे। पूर्व मंत्री बालेश्वर त्यागी ने फिर से एक पोस्ट की और पहली पोस्ट का हवाला दिया। उन्होंने बताया कि जनरल वीके सिंह ने व्हाट्सऐप पर अपनी भावनाएं व्यक्त की थीं। पूर्व मंत्री बालेश्वर त्यागी ने जनरल वीके सिंह के समर्थकों को एक तरह से ओपन चेलेंज दिया। बालेश्वर त्यागी ने अपनी एक अक्टूबर को एफबी पोस्ट का जिक्र किया और कहा कि कई लोगों ने मुझसे मेरे द्वारा कराये गये कार्यों का हिसाब मांगा है। बालेश्वर त्यागी ने खरबूजे का उदाहरण दिया और लिखा कि जनप्रतिनिधि अगर चुनाव में जायेंगे तो उन्हें अपने कार्यों को बताना ही है। व्यवहार से लेकर सरकार तक बालेश्वर त्यागी ने अपने शब्दों में समेटी। उन्होंने लिखा कि हम 21 वर्ष पहले हम जनप्रतिनिधि थे और 21 साल पहले जनप्रतिनिधि से उसके कार्यों का लेखा जोखा मांगने का कोई औचित्य तो था नहीं। फिर भी जो हमने किया है उसे बताने में हर्ज क्या है। बालेश्वर त्यागी ने अपनी पोस्ट पर अनिल स्वामी द्वारा निकाले गये कमेंट के विवरण के बारे में भी लिखा। उन्होंने कहा कि मैं अपने द्वारा कराये गये विकास कार्यों का विवरण देना चाहता हूं। लेकिन मुझसे हिसाब मांगने वाले ढूंढे नहीं मिल रहे हैं। यहां बालेश्वर त्यागी ने विकास कार्यों का विवरण पोस्ट करने की बात कही और कहा कि मैं उनसे एक आश्वासन चाहता हूं कि अगर मेरे विकास कार्य अधिक हों तो वह अपने लिए क्या दंड निर्धारित करना चाहेंगे। बालेश्वर त्यागी ने चुनौती दी कि वैसे मैं अपनी उपलब्धियां सार्वजनिक कार्यक्रम में माइक लगाकर बताना चाहता हूं और मैं ये भी अपेक्षा करूंगा कि वे भी अपनी उपलब्धि सार्वजनिक मंच पर बतायें ताकि जनता तुलना कर सके।