यदि कोई व्यक्ति आपसे कूरियर कंपनी के अधिकारी के रूप में बातचीत करता है, तो सतर्क रहना अत्यंत महत्वपूर्ण है। वर्तमान में, कुछ ठग कूरियर सेवाओं का दुरुपयोग करके विदेश से भेजे जाने वाले पार्सल में अवैध पासपोर्ट, क्रेडिट कार्ड, और ड्रग्स भेजकर लोगों से धन निकालने का धंधा कर रहे हैं।
इस धारावाहिक के दौरान साइबर ठग ऐसे स्थितियों तैयार कर सकते हैं जिनमें सब कुछ असली लगता है। उन्हें आपका विश्वास जीतने के लिए आपके आधार कार्ड नंबर, पैन नंबर, और अन्य दस्तावेजों की जरूरत पड़ सकती है।
इन ठगों के शिकार होने से बचने के लिए सतर्क रहें और किसी भी आपत्तिजनक स्थिति में अधिकारी की पहचान सत्यापित करने के लिए यातायात कंपनी की ओफिसियल वेबसाइट या कस्टमर केयर से संपर्क करें।
प्रसाद नगर में निवास करने वाले 73 वर्षीय श्री शिशिर मेहता के साथ एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटित हुई। उन्हें एक व्यक्ति ने फेडेक्स कूरियर के अधिकारी बताकर फर्जी कॉल किया और कहा कि एक पार्सल ताइवान से भेजा गया है। उसमें 140 ग्राम बेहद संवेदनशील ड्रग्स के अलावा छह अवैध पासपोर्ट और छह क्रेडिट कार्ड हैं। मुंबई एयरपोर्ट पर उस पार्सल को पकड़ लिया गया है।
पीड़ित के इनकार करने पर, उनके सभी असली दस्तावेजों का हवाला दिया गया। इसके बाद, उन्हें गिरफ्तारी का खतरा दिखाकर 7.50 लाख रुपये का वसूल किया गया। ठगी का पता चलने पर, पुलिस में मामले की शिकायत की गई। पुलिस ने धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। टेक्निकल सर्विलांस की मदद से जांच जारी है।
बैंक खातों की जांच के लिए दिया गया झांसा: आरोपियों ने खातों की जांच की बात की और पीड़ित से उनके दोनों खातों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने दावा किया कि वे रकम के हवाले की जाँच करेंगे। आरोपियों ने उनके पास दो लेटर भेजे, जिनमें सीबीआई द्वारा एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया और आरबीआई द्वारा खातों की जांच की बात की गई थी।
दो बार में 7.50 लाख रुपये का ट्रांसफर: आरोपियों ने रुपयों की जांच के बहाने बैंक को दो बार बुजुर्ग से अलग-अलग आरटीजीएस करवा लिए। जांच के बाद, 15 मिनट में रुपये वापस आने की बात की गई। रुपये भेजने के बाद, बुजुर्ग बेहद परेशान हालत में घर पहुंचे और उन्होंने अपना फोन बंद कर दिया।
मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने की बात करके डराया गया।
पीड़ित शिशिर मेहता ने बताया कि आठ नवंबर 2023 को उनके मोबाइल पर एक कॉल आई। जिसमें अवैध पार्सल भेजने और उसके पकड़े जाने की बात की गई। पहले, उन्होंने मुंबई क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर प्रकाश कुमार से संपर्क करके मामले की गंभीरता को बताया। उन्होंने इस मामले को और भी गहरा करने के लिए डीसीपी से बात करने की आवश्यकता है बताया।
इसके बाद, एक व्यक्ति ने बुजुर्ग से बात करते हुए खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच के डीसीपी बताया। उनके साथ हिन्दी और अंग्रेजी दोनों में वार्ता हो रही थी। उसने बताया कि उनके आधार से चार बैंक खाते लिंक हैं और इन खातों का संबंध मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जेल में बंद महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री से है। उसने पूछा कि क्या आपका मंत्री से कोई संबंध है।
कूरियर कंपनी ने जारी की सूचना।
कूरियर कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर एक सूचना जारी की है, जिसमें लोगों से कहा गया है कि कंपनी कभी भी किसी भी बैंक की जानकारी या निजी जानकारी मांगने का प्रयास नहीं करती। यदि आपको कंपनी के नाम से कोई कॉल या मैसेज मिलता है, तो आपसे यही कहा जाता है कि आप इसे तुरंत शिकायत करें। इसके अलावा, किसी भी लिंक पर क्लिक न करें और आईवीआर पर दिए गए ऑप्शन का भी उपयोग न करें।