बिहार के बक्सर जिले में 11 अक्टूबर को रात को हुई हुई असम-बाउंड नार्थ ईस्ट सुपरफास्ट एक्सप्रेस के छः कोच डेरेलमेंट की घटना में कम से कम चार यात्री घायल हो गए हैं। मृतकों के नाम उषा भंडारी (33), उनकी बेटी आकृति भंडारी (8), अबू जैद (68) और नरेंद्र (70) शामिल हैं। उषा भंडारी और आकृति भंडारी असम के तिनसुकिया के निवासी हैं, जबकि अबू जैद बिहार के किशनगंज जिले के निवासी हैं। नरेंद्र की पहचान अभी तक नहीं हुई है।
23-कोच वाली ट्रेन (संख्या 12506) दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल से 11 अक्टूबर को सुबह 7.40 बजे दिल्ली छोड़ी थी और असम के तिनसुकिया के लिए रास्ते में थी। घटना राघुनाथपुर रेलवे स्थान पास नौ बजकर तीन मिनट पर हुई थी। इसके बाद इस्ट सेंट्रल रेलवे (ईस्ट सेंट्रल रेलवे) के दानापुर मंडल की एक त्वरित प्रतिक्रिया दल घटना स्थल पहुंच गया है।
बक्सर जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने मौके पर हुई मौके पर हुआ सौंदर्यिक बदलाव की पुष्टि की। पूर्वी केंद्रीय रेलवे (ईस्ट सेंट्रल रेलवे) के मुख्य सार्वजनिक संबंध अधिकारी (सीपीआरओ) बीरेंद्र कुमार के अनुसार घायल यात्रीगण की कुल संख्या 30 है। रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) / पूर्वी सर्कल सुवोमय मित्र बक्सर डेरेलमेंट केस की जांच कर रहे हैं।
जेपी नड्डा ने एक ट्विटर पोस्ट किया और कहा, “बिहार के बक्सर में रात के समय हुई ट्रेन हादसे की खबर बेहद दुखद है। रात में मैंने बिहार भाजपा के अध्यक्ष सम्राट चौधरी और बक्सर के भाजपा सांसद और संघी मंत्री अश्वनी चौबे से राहत काम के बारे में जानकारी ली। रेलवे प्रशासन त्वरित रूप से राहत काम में व्यस्त है। मैं दुखी परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ। मैं ईश्वर से शांति और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य की प्राथना करता हूँ।”
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