उत्तराखंड पर्यटकों के बीच क्यों खास हैं
उत्तराखंड भारत का एक बहुत ही लोकप्रिय तीर्थ स्थल है और इसी राज्य से हिन्दू धर्म में सबसे पवित्र और पावन मानी जाने वाली नदियों में से दो नदियां गंगा और यमुना का उद्गम स्थल है। उत्तराखंड तीर्थो के चारो धाम हैं और हिन्दू धर्म के मुताबिक श्रद्धालुओं के सबसे पवित्र चार स्थल – केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और बद्रीनाथ उत्तराखंड राज्य की गोद में बसे हुए हैं।
उत्तराखंड में हिल स्टेशन
उत्तराखंड राज्य में कई हिल स्टेशनहैं। जैसे – अल्मोड़ा, कौसानी, भीमताल, मसूरी, नैनीताल, धनोल्टी, लैंसडाउन, सटल और रानीखेत हैं। जोकि पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। गर्मियों में ठंडा रहने की वजह और अन्य क्रियाकलापों के लिए भी इन हिल स्टेशन का महत्व बहुत अधिक बढ़ जाता हैं। पर्यटक गर्मी के मौसम और छुट्टियां बिताने के लिए यहां भारी संख्या में आते हैं।
उत्तराखंड के पर्यटक स्थल
उत्तराखंड राज्य पर्यटक के लिहाज से टूरिस्टों के लिए वेहद ही खास हैं। पर्यटक यहां भारी तादाद में आते हैं खासकर गर्मियों का मौसम पर्यटकों को बहुत अधिक लुभाता हैं। तो आइए हम आपको उतराखंड राज्य के प्रमुख पर्यटक स्थलों की जानकारी देते हैं जहां आप घूमने जा सकते हैं।
उत्तराखंड में ऋषिकेश पर्यटन स्थल
ऋषिकेश पर्यटन स्थल उत्तराखंड राज्य में स्थित हैं और यह गंगा और चंद्रभागा के अभिसरण के साथ साथ हिमालय की तलहटी में कई प्राचीन और भव्य मंदिरों के लिए दुनिया भर में जाना जाता हैं। इसके अलावा यह जगह लौकप्रिय कैफे, योग आश्रम और साहसिक खेलों का केंद्र भी है। ऋषिकेश आध्यात्मिक और एड्रेनालाईन पंपिंग का एक अनौखा है। पिछले कुछ वर्षों में उत्तराखंड लौकप्रिय पर्यटक स्थल ऋषिकेश को भारत के एडवेंचर स्पोर्ट्स के केंद्र के रूप में भी विकसित किया गया है। क्योंकि यहां व्हाइट वाटर राफ्टिंग, फ्लाइंग फॉक्स, माउंटेन बाइकिंग, बंजी जंपिंग आदि विकल्पों की शानदार भीड़ देखने को मिलती हैं।
उत्तराखंड में नैनीताल पर्यटन स्थल
नैनीताल उत्तराखंड राज्य के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक हैं, जोकि कुमाऊं पहाड़ियों के बीच में स्थित एक विलक्षण पर्वतीय स्थल है। जिसे ‘नैनी झील’ के नाम से भी जाना जाता है। प्राकृतिक सुंदरता और झीलों की नगरी के रूप में प्रसिद्ध उत्तराखंड का नैनीताल बर्फ से ढकी पहाड़ियों और शांत झीलों के साथ एक आकर्षण उत्त्पन करता हैं। नैनीताल में साहसिक गतिविधियों को भी किया जा सकता हैं।
उत्तराखंड का पर्यटन स्थल मसूरी
मसूरी पर्यटक स्थल दुनिया भर के पर्यटकों को अपनी खूबियों और विशेषताओं के लिए अपनी ओर आकर्षित करने में कामयाब रहा हैं। गढ़वाल हिमालय पर्वत माला की तलहटी के बीचो बीच स्थित मसूरी पर्यटक स्थल जिसे “क्वीन ऑफ द हिल्स” के नाम से भी जाना जाता हैं। मसूरी की ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 7000 फीट है। पूरे वर्ष एक शांत और सुखद जलवायु का अनुभव कराता है।
उत्तराखंड में जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क उत्तराखंड राज्य में हिमालय की तलहटी के बीच में स्थित एक आकर्षित नेशनल पार्क हैं। भारत के सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यानो में से एक जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की स्थापना सन 1936 में हैली नेशनल पार्क के रूप में गयी थी। जिम कार्बेट नेशनल पार्क में रॉयल बंगाल टाइगर की गंभीर रूप से लुप्तप्राय प्रजातियों का निवास स्थान बनाया गया हैं। हिमालय की तलहटी में रामगंगा नदी के किनारे स्थित जिम कार्बेट नेशनल पार्क में लगभग 580 पक्षी प्रजातियों, 50 प्रजातियों के पेड़ और जानवरों की लगभग 50 प्रजातिया, 25 सरीसृप प्रजातिया के साथ साथ 500 से अधिक वर्ग मीटर के क्षेत्र में विस्तृत है।
उत्तराखंड का पर्यटन स्थल यमुनोत्री यमुना नदी की उत्पत्ति के रूप में श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष पर्यटन स्थल बन चुका हैं और यह छोटे चार धाम में से एक हैं। 3293 मीटर की ऊंचाई पर स्थित योमुनोत्री धाम गढ़वाल हिमालय की गोद में बसा हुआ हैं। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार यम की बहन के रूप में यमुना को मौत के देवता के रूप में प्रतिष्ठित करती हैं। यह भी माना जाता है कि यमुना में स्नान करने से जीवन के अंतिम समय में मृत्यु दर्द रहित हो सकती है।
उत्तराखंड का दर्शनीय स्थल गंगोत्री
उत्तराखंड का दर्शनीय स्थल गंगोत्री उत्तरकाशी में स्थित एक तीर्थस्थल हैं। यहां आने वाले पर्यटकों की लम्बी कतार लगी रहती हैं। पौराणिक कहानियों से पता चलता हैं कि सदियों पहले राजा भागीरथ की तपस्या के बाद देवी गंगा ने उनके पूर्वजों के पापों को धोने के लिए खुद को एक नदी के रूप में प्रवाहित किया। लेकिन ऊंचाई से गिरते हुए जल के वेग को कम करने के लिए भगवान शिव ने आपनी जटाओं में उस जल को समा लिया। गंगा नदी के उद्गम स्थान को भागीरथी भी कहा जाता हैं।
रानीखेत उत्तराखंड का पर्यटन स्थल –
उत्तराखंड राज्य के प्रमुख पर्यटक स्थलों में एक रानीखेत प्रचीन मंदिरों के आसपास अंग्रेजो द्वारा विकसित किया गया एक ऐसा हिल स्टेशन है, जो हिमालय पर्वतमाला और जंगल को एक दूसरे से जोड़ता है। रानी खेत की शांत जलवायु और सरल प्राकृतिक सुंदरता यहां आने वाले टूरिस्टों अपनी ओर बहुत अधिक आकर्षित करती हैं। रानीखेत भारतीय सेना के कुमाऊं रेजिमेंट के मुख्यालय के लिए भी फेमस है और यहां एक कुमाऊं रेजिमेंटल सेंटर संग्रहालय बना हुआ है। इस संग्रहालय में हथियारों, फोटो आदि का बहुत ही खूबसूरत ढंग से प्रदर्शन किया गया है, जो अपनी सेना के ऐतिहासिक भव्यता और महत्व का परिचय देता है।
उत्तराखण्ड का पर्यटन स्थल अल्मोड़ा
उत्तराखण्ड का पर्यटन स्थल अल्मोड़ा हिमालय पर्वतमाला के जंगल में फैला हुआ एक विशाल शहर है और इसका आकार घोड़े जूते की तरह हैं। यह खूबसूरत हिल-स्टेशन जो पूर्व ब्रिटिश विरासत और एडिबल वाइब का दावा प्रस्तुत करता है। अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, शानदार भोजन, शानदार वन्य जीवन के लिए यह स्थान प्रसिद्ध हैं। अल्मोड़ा एक कृषि प्रधान शहर हैं और यहां प्रवाहित होने वाली दो नदियों में कोशी (कौशकी) और सुयाल (सलमली) हैं।
3.14 उत्तराखंड में धनोल्टी पर्यटक जगह
भारत के पर्यटन राज्य उत्तराखण्ड में धनोल्टी नामक पर्यटक जगह हैं जो यहा आने वाले टूरिस्टों को बहुत अधिक प्रभावित करती हैं। मसूरी से 62 किमी की दूरी पर स्थित यह शहर उत्तराखंड राज्य की शोभा बढ़ा रहा हैं। धनौल्टी की ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 2200 मीटर है।
उत्तराखण्ड का टूरिस्ट प्लेस भीमताल समुद्र तल से 1370 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं। भीमताल पहाड़ों के बीच में स्थित हैं और आसपास मंदिरों को भी देखा जा सकता हैं।उत्तराखंड में भीमताल पर्यटक जगह प्राचीन शहर प्रकृति की छाया के नीचे लेटने, अपनी आंखो को आराम देने और शांति का अनुभव करने के लिए आदर्श मानी जाती हैं।
उत्तराखण्ड घूमने का सबसे अच्छा समय
यदि आप भारत के प्रमुख पर्यटक राज्य उत्तराखण्ड घूमने जा रहे हैं तो हम आपको बता दें की आप जुलाई से लेकर अगस्त तक मानसून के मौसम में यहां की यात्रा न करे। मानसून मौसम के अलावा आप वर्ष भर उत्तराखण्ड घूमने जा सकते हैं। खास कर पर्यटक गर्मियों में यहां आना पसंद करते हैं।
उत्तराखण्ड कैसे पहुंचे
भारत के पर्यटक राज्य उत्तराखण्ड जाने के लिए आप हवाई मार्ग, ट्रेन और सड़क मार्ग में से किसी का भी चुनाव कर सकते है। क्योंकि उतराखण्ड सभी तरह की संचार व्यवस्था से परिपूर्ण हैं।