Ghaziabad: कुमार विश्वास के सुरक्षाकर्मियों द्वारा पीटे जाने के बाद डॉक्टर पल्लव बाजपेई आज प्रताप विहार के फ्लोरेंस अस्पताल में भर्ती हैं। इस मामले में आईएमए गाजियाबाद के प्रेसिडेंट ने कुमार विश्वास से सार्वजनिक माफी मांगने को कहा है, जिससे कि इस घटना की गंभीरता को दर्शाया जा सके। गाजियाबाद के आईएमए के प्रेसिडेंट ने सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने की मांग की है, इसके बावजूद कि अब तक इस मामले में कोई तहकीकात नहीं हुई है।
कुमार विश्वास पर लगाया आरोप
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन गाजियाबाद के प्रेसिडेंट डॉक्टर विपुल त्यागी ने कहा कि मामले को सोशल मीडिया पर सार्वजनिक करने वाले कुमार विश्वास को अब डॉक्टर पल्लव बाजपेई से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इस पूरी घटना में कुमार विश्वास परोक्ष रूप से सुरक्षाकर्मियों को निर्देशित कर रहे थे। उन्होंने माना है कि अज्ञात में एफआईआर न होकर सुरक्षाकर्मियों के नाम से रिपोर्ट दर्ज होनी चाहिए, जबकि डॉक्टर पल्लव को लगी चोट के आधार पर धाराएं भी लगाई जाएं। उन्होंने गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर पर विश्वास जताते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है पूरे मामले में न्यायपूर्ण विवेचना की जाएगी।
डॉक्टर का चल रहा है इलाज
डॉक्टर पल्लव बाजपेई प्रताप विहार के फ्लोरेंस अस्पताल में अपने शरीर पर लगी चोटों का इलाज करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जब उनकी गाड़ी को सुरक्षाकर्मियों द्वारा रोका गया, तब उन्होंने उन्हें गाड़ी से नीचे उतारा और सड़क में साइड में ले जाकर पीटने लगे। डॉ. पल्लव ने बताया कि जब वे उन्हें पीटकर जा रहे थे, तभी एक सुरक्षाकर्मी द्वारा उनके सीने पर पैर रखकर कहा गया कि ‘अगर उठा तो गोली मार दूंगा’ और इसके बाद वे लोग चले गए।
आज आईएमए गाजियाबाद के प्रेजिडेंट डॉक्टर विपुल त्यागी ने कुमार विश्वास पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह घटना वीआईपी कल्चर में डूबे हुए और वाई सिक्योरिटी के मद में चूर अति विशिष्ट व्यक्ति और उसके द्वारा घमंडित व्यवहार का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति को इसलिए मारा जाए कि वह समय रहते कॉनवॉय को निकालने की जगह नहीं दे पाया। यह प्रत्यक्ष, निकृष्ट, अशोभनीय और अमानवीय है। उन्होंने डॉक्टर कुमार विश्वास से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है। यह अशोभनीय और अमानवीय घटना ने समाज में बहुत आंतरिक विवाद उत्पन्न किया है और इसका समाज पर गहरा प्रभाव हो सकता है। इस मामले में डॉक्टर पल्लव बाजपेई का स्वास्थ्य स्थिति काफी गंभीर होने के कारण, स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर उच्चाधिकारियों ने इस मामले की जाँच के लिए त्वरित कदम उठाने का आदान-प्रदान किया है।
डॉक्टरों के हित की सुरक्षा
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रमुख ने कहा कि यह घटना डॉक्टरों के सुरक्षा की महत्ता को उजागर करती है और इससे यह साबित होता है कि वे भी किसी भी समय सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने सुरक्षा पर संकेत करते हुए कहा कि डॉक्टरों को अपनी रक्षा के लिए अधिक सुरक्षित स्थानों की आवश्यकता है ताकि वे अपने नौकरी को निर्भीक रूप से कर सकें और मर्जी से चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर सकें। समाज में इस प्रकार की घटनाएं न केवल नायिका बल्कि उनके परिवार और समर्थन से बच्चों पर भी बुरा प्रभाव डालती हैं। डॉक्टर पल्लव बाजपेई की मामूली बच्चों की माता होने के नाते, इस घटना ने उनके परिवार को भी गहरी चोट पहुंचाई है।
इस घटना की जाँच के लिए स्थानीय पुलिस ने त्वरित कदम उठाए हैं और उन्होंने गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर से इस मामले में न्यायपूर्ण जाँच करने का आदान-प्रदान किया है। इस दुर्घटना ने समाज को एक बार फिर से सोचने पर मजबूर किया है कि हमारे समाज में ऐसी बेहद निंदनीय और अनैतिक घटनाओं को कैसे रोका जा सकता है। सुरक्षित और शांतिपूर्ण रहने के लिए समाज को साथ मिलकर कठिनाईयों का सामना करना होगा और उन्हें निराशा और असुरक्षा के खिलाफ सजग रहना होगा।
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