Noida News: बदायूं के एक व्यापारी ने नोएडा के एक प्रोजेक्ट में अपनी पत्नी और बेटे के नाम पर फ्लैट बुक किया था। इसके बाद उसने 58.57 लाख रुपए भी कंपनी को दे दिए थे। 30 दिनों में फ्लैट देने का वादा किया, मगर 10 साल बीत जाने के बाद भी ना तो फ्लैट मिला और ना ही पैसे वापस हुए। अब पीड़ित ने इस मामले में फेस 3 थाने में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
30 दिनों के अंदर फ्लैट देने का किया था वादा
सूचना के अनुसार, बदायूं के व्यापारी विनय कुमार सिंह ने नोएडा के एक प्रोजेक्ट में अपनी पत्नी रश्मि सिंह और बेटे रविंद्र विक्रम सिंह के नाम पर एक फ्लैट बुक किया था। उन्होंने फ्लैट की कीमत को 66,66,875 रुपए बताया था और कंपनी ने मात्र 30 दिनों के भीतर फ्लैट देने का वादा किया था। फ्लैट का सौदा तय होने के बाद, उन्होंने 58,57,500 रुपए का भुगतान कैश और चेक के माध्यम से प्रोजेक्ट बनाने वाली कंपनी को कर दिया था। फ्लैट मिलने के बाद शेष राशि को भी उन्हें अदा करनी थी। इस दौरान, उनके फ्लैट की रजिस्ट्री से भी संबंधित करार हुआ था। पीड़ित का आरोप है कि 10 साल गुजारने के बाद भी न तो उन्हें फ्लैट मिला और न ही पैसे वापस मिले। इस मामले में, पीड़ित ने खीजेर अहमद, शोभा रंजीत सेठी, धीरजलाल पटेल, योगेंद्र कुमार, अर्जुन भाई पटेल, ग्रीस रतिलाल आदि के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
युवती से ढाई लाख रुपए की ठगी
नोएडा सेक्टर-78 में स्थित अंतरिक्ष गोल्फ व्यू-2 में रहने वाली उर्वशी गर्ग ने अपने परिवार के साथ एक घर में बसी हैं। उर्वशी ने सेक्टर 113 थाना पुलिस को शिकायत करते हुए बताया कि एक दिन उनके व्हाट्सऐप पर एक मैसेज आया। इस मैसेज में डिजिटल मार्केटिंग और ऑनलाइन ट्रेडिंग के माध्यम से पार्ट-टाइम जॉब करके लाखों रुपए की कमाई करने की बात की गई थी। उर्वशी ने मैसेज में दिए गए नंबर पर संपर्क किया।
आरोपियों ने उन्हें एक टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ दिया, और उनसे ऑनलाइन ट्रेडिंग करने के लिए कहा। जब उनकी रकम लाखों में पहुंच गई, तो आरोपियों ने उनके अकाउंट को बंद कर दिया। उर्वशी ने इसकी शिकायत की, लेकिन आरोपियों ने अकाउंट को फिर से खोलने के झांसे दिए और उनसे 2.62 लाख रुपए अपने खाते में डलवा लिए।
इसके बाद उनका संपर्क आरोपियों से टूट गया, और मामले में सेक्टर 113 थाना पुलिस जांच कर रही है।
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