करंट क्राइम 24×7
नई दिल्ली। गाजीपुर लैंडफिल में आग से उठे धुएं के गुब्बार ने आस-पास रहने वालों को भयभीत कर दिया। लोग भयभीत भी क्यों न हो पहले भी लैंडफिल के अंदर उत्पन्न गैसों से एक विस्फोट हुआ था और दो-तीन जिन्दगी लील गया था। इन खतरनाक गैसों से गाजीपर दिल्ली के रहने वाले ही नहीं आस-पास गढोली, उत्तर प्रदेश में बसे खोड़ा कालोनी के लोगों का भी जीना दुर्भर है। गाजीपुर लैंडफिल में आग लगने के साथ ही राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी शुरू हो गया है। समस्या का समाधान न होने पर आम आदमी पार्टी ने भाजपा की आलोचना की है।, उधर मौके पर आगे बुझाने का प्रयास जारी है। अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि आग बुझाने के लिए 14 फायर टेंडर भेजे गए हैं। आग लैंडफिल के भीतर उत्पन्न गैसों से लगी है।
इस बीच नगर निगम में सत्ता से बाहर दिल्ली भाजपा ने लैंडफिल मुद्दे को हल करने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने में विफल रहने के लिए आप की तीखी आलोचना की।
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि यह शर्मनाक है कि केजरीवाल के नेतृत्व वाले दिल्ली नगर निगम की लापरवाही के कारण गाज़ीपुर लैंडफिल साइट पर आग लग गई।
उन्होंने कहा, ”केजरीवाल ने दिल्ली नगर निगम के 2022 के चुनावों से पहले 31 दिसंबर 2023 तक इस लैंडफिल साइट को साफ करने का वादा किया था, लेकिन आज लैंडफिल साइट से पुराने ढेर हटाने के बजाय वहां एक नया ढेर बन गया है।” .
सामाजिक कार्यकर्ता और वकील विनीत जिंदल ने एक्स पर कहा,“दिल्ली के एक नागरिक के रूप में, मैं कह रहा हूं कि हम दिल्ली के नागरिकों को इस तरह के धुएं में धीरे-धीरे मरने के लिए छोड़ दिया गया है। दिल्ली सरकार और एमसीडी विफल हो गए हैं। अब हम केवल यही उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री व एलजी ही कुछ करेंगे।”