Ghaziabad: गाजियाबाद के डासना इलाके में एक व्यापारी की फैक्ट्री पर आयकर विभाग द्वारा एक बड़ा छापा मारा गया है, जिसकी संचालन कंपनी को इंटरनेशनल एग्रो फूड के नाम से जाना जाता है। इस छापेमारी के परिणामस्वरूप, आयकर विभाग द्वारा चोरी का आरोप लगाया गया है। इस फैक्ट्री का मालिक हाजी यासीन कुरेशी के रूप में जाना जाता है, जो मुम्बई में अपने परिवार के साथ रहते हैं और उनके बेटे हाजी जावेद कुरेशी द्वारा संचालित किया जाता है।
मारा छापा
आयकर विभाग ने इस छापेमारी का खुलासा किया, और इस तरह की चोरी की आशंका के साथ मुख्य इलाकों में छापेमारी की गई है। इस सर्च ऑपरेशन के लिए आयकर विभाग के 50 से अधिक अधिकारी ने साथ ही 100 से अधिक पुलिसकर्मी भी मिलकर काम किया है। इस सभी घटनाओं के बाद, आयकर विभाग के सूत्रों का कहना है कि विभाग के उच्च अधिकारियों को जानकारी मिली है कि इंटरनेशनल एग्रो फूड नामक कंपनी के मालिक गुजरेज कुरेशी, हाजी यासीन कुरेशी, हाजी जावेद कुरेशी, तसलीमा और अन्य लोगों द्वारा आयकर चोरी का आरोप लगाया जा रहा है। इन आरोपों के आधार पर, आयकर विभाग की टीम ने मंगलवार को सुबह 11 बजे से डासना स्थित मीट फैक्ट्री में और मुंबई के कार्यालय में छापा मारने का कार्य आरंभ किया है।
डासना और मुंबई में थी फैक्टरियां
सर्च ऑपरेशन जारी है और दूसरे दिन भी जारी रहेगा। आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक, इस छापेमारी के तहत डासना में और मुंबई के दोनों स्थानों पर और कई दिनों तक सर्च ऑपरेशन चल सकता है। इस घटना ने आयकर विभाग के सख्त कदमों की ओर इशारा किया है और व्यापारी जगत में आयकर चोरी और अव्यवस्था के खिलाफ सख्त कार्रवाई की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। इस घटना के बाद, जांच और कार्रवाई का इंतजार है ताकि दोषियों को सजा दी जा सके और ऐसी आपदा से बचाव के उपायों की तलाश की जा सके। इस घटना के बाद, व्यापारी समुदाय के बीच आयकर नियमों और कानूनों का पालन करने की महत्वपूर्णता को और भी जोर देने की मांग हो रही है। यह घटना व्यवसायों को अपने वित्तीय परिचय को स्वच्छ और संरचित रखने के लिए सतर्क रहने की आवश्यकता को प्रमोट कर रही है।
नियमों का उल्लंघन
आयकर विभाग की तरफ से यह संकेत मिल रहा है कि व्यवसायी जगत को आयकर चोरी और नियमों के उल्लंघन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की ओर बढ़ने की जरूरत है। इस समय, सबको संविदानिक प्रक्रिया का सम्मान करने का आदर करना चाहिए, ताकि दोषियों को न्याय मिल सके और व्यापारी समुदाय को सफाई और संविदानिकता की ओर एक कदम बढ़ाने का मौका मिले। आयकर विभाग द्वारा इस समय किए गए छापों के परिणामस्वरूप, इंटरनेशनल एग्रो फूड कंपनी के संचालन में चल रही मीट फैक्ट्री के खिलाफ कठिनाइयों का सामना करने की संभावना है और सरकारी विभागों द्वारा और भी जांच और कार्रवाई की अपेक्षा है।