केपटाउन। भारत के खिलाफ खेले गए तीसरे और निर्णायक टेस्ट मुकाबले को साउथ अफ्रीका ने 7 विकेट से जीत लिया। इसी के साथ ही साउथ अफ्रीका ने तीन टेस्ट मैचों की सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लिया है। भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका के सामने 212 रन का लक्ष्य रखा। ऐसे में कीगन पीटरसन ने 82 रन की पारी खेलकर मजबूत नींव रखी। जबकि रॉसी वान डर डुसेन और तेम्बा बावुमा ने निर्णायक मुकाबले को अंजाम तक पहुंचाया।
साउथ अफ्रीकी खिलाड़ियों के लिए तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के पहले स्पेल को खेलना चुनौती थी लेकिन पीटरसन और वान डर डुसेन ने कुछ बेहतरीन गेंदों का सामना करने के बावजूद क्रीज संभाले रखी। इनका पहला स्पेल निकल जाने के बाद उन्होंने उमेश यादव को निशाने पर रखा तथा ऑफ साइड में कुछ खूबसूरत चौके लगाए। हालांकि लार्ड शार्दुल ठाकुर ने पीटरसन को पवेलियन लौटने के लिए मजबूर किया।
डीआरएस विवाद
रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर एल्गर साफ-साफ एलबीडब्ल्यू लग रहे थे और अंपायर ने ऑउट करार दे भी दिया था लेकिन एल्गर ने डीआरएस ले लिया और टीवी अंपायर ने फैसला पलटते हुए एल्गर को नॉटआउट करार दिया। रीप्ले से पता चला कि गेंद स्टंप के ऊपर से निकल रही थी। कप्तान कोहली इस फैसले से खुश नहीं थे और न ही भारतीय खिलाड़ी। कप्तान कोहली ने स्टंप माइक पर जाकर अपना गुस्सा निकाला। पहली नजर में ऐसा प्रतीत हो रहा था कि गेंद सीधे स्टंप पर जाकर लग रही है लेकिन डीआरएस में दिखाया गया कि गेंद स्टंप के काफी ऊपर से जा रही है। टीवी अंपायर के इस फैसले से भारतीय खिलाड़ियों के साथ-साथ खेल प्रशंसक भी काफी नाखुद दिखाई दिए।
पंत ने आलोचकों का मुंह किया बंद
भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने दूसरी पारी में 139 गेंद में नाबाद शतकीय पारी खेल कर आलोचकों का मुंह बंद कर दिया। हालांकि पंत को दो जीवनदान भी मिले। लेकिन उन्होंने साउथ अफ्रीकी जमी पर शतक जड़ अपने आप को साबित कर दिया। आपको बता दें कि ऋषभ पंत साउथ अफ्रीका में शतक बनाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर हैं।
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