‘और मनोरथ जो कोई लावै,
सोई अमित जीवन फल पावै।’
‘अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता,
अस बर दीन जानकी माता।’
आज हनुमान जयंती है, सभी भक्तों को जय श्रीराम और जय हनुमान जी। हनुमान जी जिन्हें अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता कहा है, जो सर्वशक्ति शाली होते हुए भी विनम्र, और भक्तिमय है, राम नाम को महत्व देने वाले हनुमान जी अपने हृदय में प्रभु श्रीराम को धारण किए हैं।
हनुमान जयंती हिंदू धर्म में एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है। यह पूरे भारत वर्ष में बड़े ही उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है। हनुमान जी को हिंदू धर्म में भगवान श्री राम के परम भक्त के रूप में माना जाता है, जिनकी भक्ति और सेवा ने उन्हें अमर बना दिया। इस दिन को भगवान हनुमान की जन्म तिथि के रूप में मनाया जाता है।
हनुमान जी का जन्म सुन्दरकांड के अनुसार महर्षि कश्यप और अन्जना देवी के घर में हुआ था। इनके जन्म के समय आकाश में विभिन्न ग्रहों के योग सम्पन्न होते हैं जिससे उनके जन्म के समय का दृश्य अद्वितीय होता है। उनका नाम पवनपुत्र हनुमान भी है, क्योंकि वायुपुत्र होने के कारण वे ‘पवनपुत्र’ के रूप में भी प्रसिद्ध हैं।
हनुमान जी के जीवन के विभिन्न पहलुओं में उनकी शक्ति, भक्ति, और साहस की कहानियाँ हमें एक महान उदाहरण प्रदान करती हैं। उन्होंने अपने गुणों के कारण भगवान राम की सेवा में समर्पित होकर अनेक चुनौतियों का सामना किया और उन्हें पार किया। उनकी महानता और वीरता के कारण वे भगवान राम के महान सेवक और सहायक बन गए।
हनुमान जयंती के दिन हिंदू धर्म के अनुयायी उनकी पूजा, अर्चना, और भक्ति के साथ इस महान पर्व को मनाते हैं। भक्तों का मानना है कि हनुमान जी के दर्शन, पूजन, और उनकी आराधना से सभी बुराईयों से मुक्ति मिलती है और उनकी कृपा से सभी कष्ट दूर होते हैं।
इस विशेष दिन पर, लोग अपने घरों और मंदिरों में हनुमान जी की मूर्तियों को सजाकर पूजा करते हैं, उनके चालीसा और मंत्रों का पाठ करते हैं, और उनके नाम का जप करते हैं। इस दिन को विशेषतः रामायण के पाठ, सुन्दरकांड के पाठ और हनुमान चालीसा का पाठ करके या सुनकर मनाया जाता है।
साथ ही, हनुमान जी के जन्म दिवस को बच्चों के लिए बहुत ही उत्साह और रोमांच का विषय माना जाता है। उन्हें बच्चों के खेलों और प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने का मौका मिलता है, जिससे वे हनुमान जी के महानता के बारे में अधिक सीख सकें।
इस अद्वितीय पर्व के माध्यम से हम सभी को हनुमान जी की शक्ति, भक्ति, और साहस का आदर्श अपने जीवन में अपनाने की प्रेरणा मिलती है। इस दिन को ध्यान में रखते हुए, हमें उनके गुणों का ध्यान करते हुए अपने जीवन में सत्य, न्याय, और सहानुभूति की भावना बनाए रखना चाहिए।
हनुमान जयंती के इस पावन अवसर पर, हम सभी को हनुमान जी की कृपा और आशीर्वाद का अभिष्ट प्राप्ति करने की कामना है। उनकी आराधना और उनकी सेवा में समर्पण हमें सदैव मार्गदर्शन करता रहे। जय हनुमान!
हनुमान जी की पावरफल मंत्र
‘ॐ हं हनुमते नम:।’
‘ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकायं हुं फट्।’
‘ॐ हं पवननन्दनाय स्वाहा।’
‘ॐ नमो हरि मर्कट मर्कटाय स्वाहा।’
‘ॐ नमो भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा।’
‘ॐ नमो भगवते हनुमते नम:।’
‘दुर्गम काज जगत के जेते,
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।’
‘और मनोरथ जो कोई लावै,
सोई अमित जीवन फल पावै।’
‘अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता,
अस बर दीन जानकी माता।’