Ghaziabad: आज महानगर भाजपा इकाई ने कांग्रेस राज्यसभा सांसद के घर से 200 करोड़ रुपये प्राप्ति के खिलाफ विरोध प्रकट करते हुए जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा। इस मुद्दे पर भाजपा ने झारखंड से चुने गए राज्यसभा सांसद को देशद्रोही बताते हुए उस पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
पूरा मामला
गाजियाबाद महानगर भाजपा इकाई के अध्यक्ष संजीव शर्मा ने जिलाधिकारी के माध्यम से दिए ज्ञापन में आर्थिक अपराध के मामले की गंभीरता को बढ़ाते हुए यह कहा कि इस तरह की बड़ी मात्रा में नकदी प्राप्ति होना चिंता का विषय है, खासकर जब यह राज्यसभा सांसद के घर से हो। उन्होंने इसे गंभीर अपराध करने वाला बताया और उसकी पार्टी को भी जिम्मेदार माना।
ये बताये दोषी
भाजपा ने झारखंड से चुने गए राज्यसभा सांसद को देशद्रोही बताया और कांग्रेस को भी उतना ही दोषी ठहराया। भाजपा ने इस मामले में न्याय और सत्य की मांग करते हुए राष्ट्रपति से अपराधियों के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई की मांग की है। गाजियाबाद महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा ने ज्यादातर समाचार पत्रों में प्रकाशित इस मामले पर ध्यान केंद्रित करते हुए यह बताया कि झारखंड से निर्वाचित कांग्रेस सांसद के परिसर से 200 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी प्राप्ति होना सामाजिक सुरक्षा के प्रति उन्हें लापरवाही के रूप में देखने का कारण बन रहा है। महानगर अध्यक्ष ने कहा कि इस घटना में राज्यसभा सांसद को देशद्रोह का आरोप लगाने का सुझाव आया है और इसके साथ ही कांग्रेस को भी इस मामले में दोषी माना जा रहा है। भाजपा ने राष्ट्रपति से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।
इस दौरान महानगर अध्यक्ष ने यह भी कहा कि इस तरह के आर्थिक अपराध से राष्ट्र को होने वाले नुकसान की गंभीरता को समझते हुए, राष्ट्रपति से अधिकार प्राप्त एजेंसियों के माध्यम से इस मामले की गहरी जांच की मांग की है। इसके साथ ही वह चाहते हैं कि न्यायिक प्रक्रिया में कोई कमी नहीं होनी चाहिए और सभी दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी सजा होनी चाहिए।
क्या लगे आरोप?
गाजियाबाद महानगर भाजपा इकाई के अध्यक्ष ने इस मुद्दे पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजनीतिक पार्टियों को भी इस घटना में शामिल माना जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह अपराध अक्षम्य है और इसके लिए जिम्मेदार होने वाले राजनीतिक दलों को भी सजा होनी चाहिए।यह घटना दिखाती है कि आर्थिक अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में सभी राजनीतिक दलों को साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है। राजनीतिक दलों को चाहिए कि वे इस मुद्दे पर सार्वजनिक स्तर पर आगे बढ़ें और न्यायिक प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए सकारात्मक कदम उठाएं।
इस दौरान, जनता से भी यह आशा की जा सकती है कि वह सकारात्मक समर्थन दिखाएं और आर्थिक अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकारी नीतियों की प्रोत्साहना करें। इसके लिए लोगों को जागरूक करने और जानकारी प्रदान करने का महत्वपूर्ण रोल है, ताकि वे खुद भी सकारात्मक बदलाव में सहयोग कर सकें। समाप्त करते हुए, यह मुद्दा समाज के न्याय और ईमानदारी के मूल्यों को स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है, जिससे राष्ट्र को आगे बढ़ाने में सहायक हो सकता है।