Ghaziabad: गाजियाबाद के घंटाघर रामलीला मैदान में बीजेपी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन करते हुए महिला मोर्चा ने आक्रोश प्रदर्शन किया। इस घड़ी में, महिला सदस्यों ने आत्मसम्मान और महिलाओं की सुरक्षा के प्रति अपने अधिकार को बचाने के लिए आवाज उठाई। इस प्रदर्शन में, महिला समूह ने नारी शक्ति और आत्मनिर्भरता की बातें की और अपनी माँगें रखीं कि ऐसी अश्लील टिप्पणियों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाए जाएं।
इन लोगों ने फूंका पुतला
उत्तर प्रदेश महिला मोर्चा के प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर, गाजियाबाद महानगर भाजपा के अध्यक्ष संजीव शर्मा और महिला मोर्चा की महानगर पदाधिकारियों ने भी इस प्रतिष्ठानपूर्ण और प्रतिरोधी प्रदर्शन का समर्थन किया। इसके बाद, महिला समूह ने घंटाघर रामलीला मैदान में नीतीश कुमार का पुतला फूंका, जिससे वे अपने आत्मगौरव की रक्षा करने का संकल्प जता सकते हैं। महिला समूह के उच्च सदस्यों में महानगर महामंत्री रेनू चंदेला, मंत्री डॉ. उदिता त्यागी और अन्य स्तरीय प्रतिनिधित्व है। इन महिला नेताओं ने बताया कि नीतीश कुमार द्वारा की गई शर्मनाक टिप्पणी ने महिला विरोधी मानसिकता को प्रदर्शित किया है और उन्होंने मुख्यमंत्री को इस्तीफा देने की मांग की है।
महिला मंडली ने किया दहन
इस अद्भुत और नारी सशक्तिकरण की भावना के साथ आयोजित किए गए इस प्रदर्शन ने साबित किया है कि महिलाएं सशक्त, सक्रिय और संघर्षी हैं और वे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए हमेशा तैयार हैं। महिला समूह ने यह भी बताया कि वे ऐसी शर्मनाक टिप्पणियों के खिलाफ खड़ी हैं और उन्हें बर्दाश्त नहीं करेंगी। महिला समूह ने इस दृढ़ संदेश के साथ नीतीश कुमार के पुतले का दहन किया और उन्हें इस घड़ी में उच्च स्थान मान्यता दिलाने का संकल्प जताया। इसके साथ ही, यह प्रदर्शन महिलाओं के आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है जो समाज में सामाजिक परिवर्तन लाने की दिशा में है।
इस प्रदर्शन ने महिलाओं की अद्वितीय शक्ति को उनकी आत्मनिर्भरता और साहस के साथ जताया है। यह एक सकारात्मक कदम है जो समाज को जागरूक करने, समझने और महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने की दिशा में है। इस घड़ी में, गाजियाबाद के स्थानीय नेताओं ने भी समर्थन जताया है और महिला समूह के साथ मिलकर इस बदलते समाज में अपनी भूमिका को आगे बढ़ाने का आशीर्वाद दिया है।प्रदर्शन एक सामाजिक संदेश के रूप में खड़ा होता है, जो महिलाओं को उनके अधिकारों की रक्षा करने, उन्हें खुद को व्यक्त करने और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित करता है। इस प्रकार, गाजियाबाद की महिलाएं नहीं सिर्फ अपने जिले में बल्कि पूरे राष्ट्र में एक महत्वपूर्ण स्थान बना रही हैं और अपने हक की रक्षा के लिए एक सशक्त साकारात्मक दृष्टिकोण को प्रमोट कर रही हैं।
गाजियाबाद के स्थानीय नेताओं ने इस प्रदर्शन को सराहा और महिला समूह के साथ एकजुट होकर समाज में बदलाव लाने के लिए सकारात्मक कदमों की महत्वपूर्णता को बताया। इस घड़ी में, स्थानीय नेता संजीव शर्मा ने कहा, “महिलाओं के साथ शानदारता से जुड़े इस कार्यक्रम को हम सराहते हैं और उनके साथ हैं। इसके माध्यम से हम एक समर्थन और सामूहिकता का संदेश भी भेज रहे हैं कि हम समृद्धि और समृद्धि की दिशा में साथ मिलकर काम कर सकते हैं।