Ghaziabad: गाजियाबाद नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के चर्चा बैठक के दौरान, नगर आयुक्त ने अधिकारियों की कड़ी टिप्पणियों का सामना किया है। इस बैठक के माध्यम से उपस्थित सभी अधिकारियों को नगर आयुक्त ने चेतावनी दी है कि नगर के किसी भी क्षेत्र से ऐसी शिकायत नहीं आनी चाहिए कि कूड़ा गाड़ी नहीं आ रही है और कूड़ा शहर में बड़ा ढेर हो गया है। सफाई कर्मचारी अनुपस्थित हैं और कर्मचारी कूड़ा नहीं उठा रहे हैं, इस व्यवस्था में सुधार करने के निर्देश दिए गए हैं।
क्या मिला आदेश?
नगर आयुक्त ने प्रत्येक जोन के सफाई एवं खाद्य निरीक्षक को यह आदेश दिया है कि वे अपने जोन में ग्राउंड स्तर पर मॉनिटरिंग करें और सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति की जांच करें। इसके साथ ही शहर में बेहतर साफ-सफाई के साथ प्रतिदिन कूड़ा उठाने के निर्देश भी दिए गए हैं। अधिकारियों को सख्त खत्ता पूर्ण रूप से चलाने के निर्देश दिए गए हैं और कूड़ा नहीं उठाने पर जुर्माना लगाने का भी आदेश है। नगर आयुक्त ने इसके साथ ही कूड़े की गाड़ियों को प्रतिदिन डोर-टू-डोर चलाने और उनकी जी.पी.एस. से निरंतर मॉनिटरिंग करने का भी निर्देश दिया है। उपस्थिति मेंटेन करने और उसी के अनुसार भुगतान करने का भी आदेश जारी किया गया है।
रुट चार्ट का पालन करना होगा
इसके अलावा, नगर स्वास्थ्य अधिकारी को यह निर्देश दिया गया है कि प्रत्येक गाड़ी के रूट चार्ट बनाए जाएं और उनके अनुसार वार्ड में डोर-टू-डोर गाड़ियों का संचालन किया जाए। सर्वे करके यह भी पता किया जाए कि क्या इन्दिरापुरम, राजनगर एक्सटेंशन, सिद्धार्थ विहार आदि क्षेत्र नगर में अपना कूड़ा नहीं डाल रहे हैं। इससे कर्मचारियों की संख्या और वार्ड के अनुसार उनका वितरण भी जांचा जाए।
कौन – कौन था उपस्थित ?
बैठक में नगर स्वास्थ्य अधिकारी के साथ ही अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे, जिनमें अपर नगर आयुक्त अरूण कुमार यादव, वरिष्ठ प्रभारी- स्वास्थ्य/संयुक्त नगर आयुक्त ओमप्रकाश व, जेड.एस.ओ. ओमपाल, मुख्य सफाई खाद्य निरीक्षक पवन कुमार, सफाई एवं खाद्य निरीक्षक अशोक पाल, संजीव कुमार, नरेंद्र कुमार, हिमांशु भारद्वाज शामिल थे। इस मुहिम के तहत, नगर निगम के पेट्रोल पंप का संचालन भी 1 दिसंबर 2023 से होना चाहिए ताकि शहर की सभी सड़कें कूड़े और गंदगी से मुक्त हो सकें। इस सभी निर्देशों का पालन करने का आदान-प्रदान बनाए रखने के लिए नगर आयुक्त ने सभी अधिकारियों से मिलकर महत्वपूर्ण कदम उठाने का आदान-प्रदान किया है।
इसके अलावा, बैठक में चर्चा हुई कि किस प्रकार गाड़ियों को नगर के विभिन्न हिस्सों में वितरित किया जा सकता है ताकि समग्र स्थिति में सुधार किया जा सके। नगर आयुक्त ने निर्देशित किया है कि इस मामले में सही सूचना संग्रहित करने के लिए सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों का पूरा निर्वहन करें और सभी अंशों पर नजर रखें।
क्या होंगे बदलाव ?
बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों ने इस नए पहलुओं की समीक्षा करते हुए सहमति जताई कि इस परियावरण संरक्षण मुहिम में उच्चतम गुणवत्ता की सुनिश्चिति के लिए निरंतर मॉनिटरिंग और समीक्षा का आयोजन किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सभी गाड़ियों की जी.पी.एस. का सुनिश्चित होना चाहिए ताकि उनकी चालन में निगरानी रहे और इससे साफ-सफाई मुहिम में सुधार हो सके।
नगर आयुक्त ने इस मौके पर सभी स्थानीय निवासियों से भी अपील की है कि वे भी इस मुहिम में सहयोग करें और अपने आस-पास के क्षेत्र को स्वच्छ रखने में योगदान दें। उन्होंने कहा, “यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम अपने शहर को स्वच्छ रखें और इस प्रयास में हमें एक साथ काम करना होगा।”