Ghaziabad: आज इंदिरापुरम क्षेत्र में स्थित ATS एडवांटेज सोसायटी में एक मेडिकल छात्रा ने अपने जीवन को लेकर एक दुखद घटना को बयां किया है, जहां उन्होंने खुद को 23वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। इसके पीछे की कहानी को जानने के लिए पुलिस जांच शुरू कर चुकी है।
ये है कहानी
जांच में सामने आया है कि छात्रा ने लगभग एक वर्ष पहले ATS सोसायटी में रहने वाले रोहित खन्ना से एक डेटिंग ऐप के माध्यम से मुलाकात की थी। इसके बाद से ही वह अक्सर उससे मिलने के लिए यहां आती रही थी। रोहित खन्ना वर्तमान में मुंबई में एक एक्टिंग संस्थान में पढ़ाई कर रहे हैं और आज वे मुंबई के लिए फ्लाइट से जा रहे थे।
गाजियाबाद पुलिस ने इस मामले में रोहित से विस्तृत पूछताछ की है, जिसका उद्देश्य मामले की सटीकता को सुनिश्चित करना है। इसी के साथ, दिल्ली स्थित मांडी में रहने वाली छात्रा ने शुक्रवार को घर से निकलकर गुरुग्राम में एक जानकार के शादी समारोह में भी भाग लिया था। दोपहर के बाद, वह रोहित से मिलने के लिए इंदिरापुरम की ATS एडवांटेज सोसायटी पहुंची, जहां दोनों ने एक साथ फिल्म देखी। इसके बाद, छात्रा ने रोहित से अलग होकर जगह छोड़ दी थी, जिसके बाद उसकी जानकारी गुम हो गई थी।
परिजनों ने किया कार्रवाई से इंकार
शव को लेने के लिए छात्रा के परिजनों ने दिल्ली से गाजियाबाद पहुंचकर पुलिस की मदद की है। पोस्टमार्टम के बाद, शव परिजनों को सौंपा गया है, लेकिन उन्होंने किसी प्रकार की कार्रवाई करने से मना कर दिया है। पुलिस अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है ताकि मौत के वास्तविक कारणों का पता लगा जा सके।
आखिर क्या है वजह ?
गाजियाबाद पुलिस ने इस घटना के सम्बंध में एक विशेषज्ञ समिति गठित की है, जिसका उद्देश्य मौत के पीछे छुपे असली कारणों को गहराई से जांचना है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि छात्रा और रोहित के बीच के संबंध में एक समस्याजनक पहलू हो सकता है, जिसे पुलिस विस्तृतता से जाँचने का कार्य कर रही है। इस दुखद घटना ने सामाजिक मीडिया पर भी गहरा प्रभाव डाला है, और लोग अब और भी अधिक जानकारी की मांग कर रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, गाजियाबाद पुलिस ने समाज को इस घातक मुद्दे के बारे में सूचित करने का निर्देश दिया है ताकि लोग सत्य के प्रति जागरूक हों और इस तरह की घटनाएं होने से रोका जा सके।
छात्रा की मौत के पीछे के कारणों का पता लगाना अभियंत्रणपूर्ण है, और पुलिस इस मामले में न्यायिक कदम उठाएगी। उन्होंने शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए प्रियजनों से भी सहयोग मांगा है ताकि मौत के पीछे छुपे तथ्यों का स्पष्टीकरण किया जा सके।
इसी बीच, लोग यह भी जानना चाह रहे हैं कि आत्महत्या का कारण क्या हो सकता है और कैसे इससे बचा जा सकता है। सामाजिक कड़ीयों और मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं के साथीपूर्ण समर्थन की आवश्यकता है ताकि लोग अपनी मुश्किलें साझा कर सकें और सहारा प्राप्त कर सकें। आत्महत्या रोकने के लिए, समाज को मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को सीधे से सामना करने के लिए उत्तेजित करना होगा, और इसमें बैठकर समाधान निकालने का समर्थन करना होगा। इस तरह की घटनाएं समाज के लिए सबको सोचने पर मजबूर करती हैं, और इससे हमें एक सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में कदम बढ़ाने का आदान-प्रदान होता है।