नोएडा एयरपोर्ट तक बेहतर कनेक्टिविटी के लिए गाजियाबाद से होकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट, परीचौक, यीडा सिटी के लिए रैपिड रेल बनाने की तैयारी की जा रही है। करीब 72.29 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर पर ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चार मूर्ति पर स्टेशन का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है।
नोएडा: एनसीआरटीसी ने हाल ही में इसकी डिटेल प्रॉजेक्ट रिपोर्ट यमुना अथॉरिटी में सौंपी है। इसके तहत उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक 72.2 किलोमीटर लंबा रैपिड रेल का रूट प्रस्तावित है। डिटेल प्रॉजेक्ट रिपोर्ट के मुताबिक, 72.2 किलोमीटर के इस रूट पर पहले फेज में 22 स्टेशन बनाए जाएंगे और आबादी की जरूरत को देखते हुए 13 स्टेशन सेकंड फेज में बनाए जाएंगे। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम की ओर से तैयार की गई डीपीआर में बताया गया है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो यानी एक्वा लाइन का सेकंड फेज और फिल्म सिटी से एयरपोर्ट तक लाइट मेट्रो का रूट भी इसी में शामिल होगा। इससे करीब चार हजार करोड़ रुपये की बचत होगी।
उत्तर प्रदेश सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार लोगों के आवागमन को सुगम बनाने के लिए अथक प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में नई जानकारी मिली है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चार मूर्ति गोल चक्कर पर गाजियाबाद से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रैपिड रेल कॉरिडर और एक्वा लाइन फेज-2 का इंटीग्रेटेड स्टेशन बनेगा। इस फैसले के चलते अब एक्वा लाइन के लिए चार मूर्ति गोल चक्कर से नॉलेज पार्क-5 तक पहले से पास 10 किलोमीटर का कॉरिडोर अब बनाने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके चलते 1800-2000 करोड़ रुपये की बचत होगी।
पॉड की जगह अब लाइट मेट्रो
एनसीआरटीसी ने अपनी डीपीआर में यह बताया है कि फिल्म सिटी से एयरपोर्ट तक रैपिड रेल के ट्रैक के साथ ही लाइट मेट्रो चलाई जाएगी। जिसके चलते अब बता दें कि फिल्म सिटी से एयरपोर्ट तक 14.6 किलोमीटर के रूट को कई सेक्टरों से होते हुए निकालने की प्लानिंग की गई थी। पहले इस रूट पर पॉड टैक्सी चलाने की तैयारी थी। इसके बाद शासन ने एनसीआरटीसी को इस रूट पर लाइट मेट्रो के प्रॉजेक्ट की संभावना देखने के लिए कहा।
शासन में भेजी जाएगी डीपीआर
यमुना अथॉरिटी के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि शासन स्तर पर मंथन के बाद इस डीपीआर की मंजूरी का फैसला होगा। उम्मीद है कि जून में तक इसकी डीपीआर पर शासन स्तर से फैसला ले लिया जाएगा जिसके लिए एनसीआरटीसी ने रैपिड रेल की 72.2 किलोमीटर के प्रॉजेक्ट की डीपीआर अथॉरिटी को पहले ही सौंप दी है।