पूर्व मध्य रेल के महाप्रबन्धक अनुपम शर्मा ने सभी विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों को कोविड से रेलकर्मियों के बचाव हेतु सभी आवश्यक कदम उठाये जाने का दिशा-निर्देश जारी किया गया है ।
महाप्रबंधक द्वारा सभी रेलवे चिकित्सालयों में चिकित्सा उपकरणों, दवाइयों आदि की उपलब्धता के साथ ही पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों की तैनाती सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि पूर्व मध्य रेल के करीब 80 हजार रेलकर्मियों में से 78 हजार से अधिक रेलकर्मियों अर्थात लगभग 98 प्रतिशत कर्मचारियों को टीके के दोनों डोज लगाए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि फिलहाल फ्रंट लाईन रेल कर्मचारियों को बुस्टर डोज देने सहित अन्य सभी सुरक्षात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। पूर्व मध्य रेल में वर्तमान में कोविड-19 के एक्टिव मामलों की कुल संख्या 352 है।उन्होंने बताया कि कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए 6 रेलवे अस्पतालों को नामित किया गया है जहां उनका उचित देखभाल एवं इलाज किया जाता है । इन अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों हेतु कुल 228 बेड, जिनमें से आइसीयू के 34 बेड एवं नन आइसीयू के 194 बेड आरक्षित किये गये हैं । साथ ही उचित संख्या में वेंटिलेटर का प्रावधान किया गया है।
इसके अलावा इन अस्पतालों में इलाज के लिए जरूरी मेडिसिन, ऑक्सीजन कंसेनटेटर, पीपीई किट, मास्क आदि की पर्याप्त उपलब्धता है।इन अस्पतालों में छोटे बच्चों के इलाज के लिए सभी जरूरी उपाय किये गए हैं । रेलकर्मियों के 15-18 आयुवर्ग के बच्चों के लिए कोविड टीकाकरण पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। कुमार ने कहा कि कोविड-19 के नये वैरिएंट से उचित तरीके से निपटने हेतु उपरोक्त उपायों के साथ ही रेलवे राज्य सरकारों के अधिकारियों के साथ निरंतर समन्वय बनाए हुए है।इसी कड़ी में राज्य सरकार द्वारा पूर्व मध्य रेल के स्टेशनों पर कोविड-19 की स्क्रीनिंग एवं जांच हेतु बूथ लगाए गये हैं जहां पर ट्रेनों से आने वाले यात्रियों की जांच की जा रही है । साथ ही ट्रेनों एवं स्टेशनों को सैनिटाइज किया जा रहा है । रेलवे स्टेशनों पर नियमित अन्तराल पर कोविड सम्बन्धी प्रोटोकॉल पालन करने की उद्घोषणा की जा रही है। स्टेशन परिसर एवं टेज्नों में मास्क पहनना अनिवार्य है। मास्क न पहनने पर जुमार्ना भी लगाया जा रहा है।