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बोला, भारत कर सकता है गुप्त सैन्य कार्रवाई
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के मंसूबे के मद्देनजर भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने पड़ोसी देश के छद्म युद्ध और आतंकियों की घुसपैठ पर खुलासे के बाद इमरान खान सरकार बौखला गई है। पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि भारत कश्मीर में हिंसा को छिपाने के लिए गुप्त सैन्य अभियान को अंजाम दे सकता है। इससे पहले सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने खुलासा किया था कि पाकिस्तान के 350 से 400 आतंकवादी नियंत्रण रेखा के पास बॉर्डर लॉन्च पैड और ट्रेनिंग कैंप में इकट्ठा हो रहे हैं। इनका मकसद कश्मीर में हिंसा को अंजाम देना है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता असीम इफ्तिखार अहमद ने गुरुवार को कहा, ‘हम चिंतित हैं और भारत के ट्रैक रेकॉर्ड को लेकर दुनिया को लगातार सतर्क कर रहे हैं। इस बात की आशंका है कि भारत एक और गोपनीय सैन्य अभियान को अंजाम दे सकता है जिससे वर्तमान स्थिति और ज्यादा जटिल हो जाए।’ उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान भारत और अन्य पड़ोसी देशों के साथ शांतिपूर्ण संबंधों को लेकर प्रतिबद्ध है।
असीम इफ्तिखार ने कहा, ‘हालांकि बातचीत के लिए माहौल बनाने की जिम्मेदारी भारत की है।’ उन्होंने आरोप लगाया कि भारत ने लंबे समय से पाकिस्तान के खिलाफ ‘शत्रुता वाला’ और ‘नकरात्मक’ रवैया अपना रखा है। इससे पहले जनरल नरवणे ने कहा था कि पाकिस्तान के 350 से 400 आतंकी एलओसी के पास बॉर्डर लॉन्च पैड और आतंकी ट्रेनिंग कैंप में इकट्ठा हो रहे हैं। सेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से भले ही संघर्ष विराम उल्लंघन में भारी कमी आई है, लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। जनरल नरवणे ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से प्रॉक्सी वॉर जारी है। नरवणे ने कहा कि पिछले साल फरवरी में भारत और पाकिस्तान इस सहमति पर पहुंचे थे कि सीजफायर का उल्लंघन नहीं होगा। हालांकि, 2002 से ही यह सहमति थी लेकिन पाकिस्तान लगातार इसका उल्लंघन कर रहा था। पिछले साल फरवरी के बाद इसमें कमी आई है। उल्लंघन की अब तक दो ही घटनाएं हुई हैं। इससे कुछ हद तक स्थिति सामान्य होने की तरफ बढ़ी है, लेकिन पाकिस्तान की तरफ से प्रॉक्सी वॉर जारी है।
सेना प्रमुख ने कहा कि संयुक्त इंटेलिजेंस के अनुसार, सीमा के दूसरी ओर लॉन्च पैड और ट्रेनिंग कैंप पर 350 से 400 आतंकी जुटे हुए हैं। यह खतरा किसी भी तरह टला नहीं है। हमें अलर्ट रहना होगा। पश्चिमी मोर्चे पर खतरा अभी भी बहुत अधिक है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। नियंत्रण रेखा के पार लॉन्च पैड्स में आतंकवादियों की बढ़ती संख्या और बार-बार घुसपैठ की कोशिशों से उनके नापाक मंसूबों का एक बार फिर पर्दाफाश हुआ है। सेना प्रमुख ने कहा कि हालांकि हमने अपनी ओर से आतंकवाद के प्रति ‘जीरो-टॉलरेंस’ का संकल्प लिया है और इसके लिए किसी भी कीमत पर प्रतिबद्ध हैं।