फर्म ने 30,000 व्यक्तियों पर किए अपने नैदानिक परीक्षणों का हवाला देते हुए कहा, लगभग 10-20 प्रतिशत व्यक्तियों ने साइड इफेक्ट की सूचना दी। इनमें से अधिकतर हल्के होते हैं, 1-2 दिनों के भीतर हल हो जाते हैं, और दवा की आवश्यकता नहीं होती है। चिकित्सक से परामर्श करने के बाद ही दवा की सिफारिश की जाती है।
पैरासिटामोल की सिफारिश कुछ अन्य कोविड-19 टीकों के साथ की गई थी और कोवैक्सिन के लिए अनुशंसित नहीं है।
देश भर में 15-18 साल के बच्चों के लिए कोविड-19 का टीकाकरण 3 जनवरी से शुरू हुआ। बच्चों को कोवैक्सीन की पहली खुराक दी जा रही है। पहले तीन दिनों के दौरान 1.06 करोड़ से अधिक बच्चों को टीका लगा।
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