Ghaziabad: सिद्धार्थ विहार क्षेत्र में स्थित प्रतीक ग्रैंड सिटी सोसाइटी निवासियों को एक और सुरक्षा संबंधित घटना ने चौंका दिया है, जिसमें सुधाकर यादव और उनकी बेटी 25 वीं मंजिल पर लिफ्ट में 10 मिनटों तक फंसे रहे। इस घटना के दौरान लिफ्ट में हुए झटके से उनकी बेटी बुरी तरह से डर गई। समुदाय के लोग इस सिरिज़ के अफ़सोस के साथ जी रहे हैं, और इसके परिणामस्वरूप विजयनगर थाने में बिल्डर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्णय किया गया है।
पूरा मामला
प्रतीक ग्रैंड सिटी के निवासी सुधाकर यादव का कहना है कि जब वे अपनी बेटी को स्कूल छोड़ने के लिए लिफ्ट से जा रहे थे, तभी लिफ्ट रुक गई और डिस्पले काम करना बंद कर दिया। सुधाकर ने लिफ्ट में लगे इंटरकॉम पर गार्ड को सूचित किया और फिर एक अप्रशिक्षित गार्ड ने लिफ्ट को ठीक करने का प्रयास किया, जिससे लिफ्ट में एक तेज झटका लगा। इसके परिणामस्वरूप उनकी बेटी बहुत ही खौफज़दा हो गई। इसके बाद गार्ड ने मौके पर पहुंचकर लिफ्ट को खोला और दोनों ने गहरी श्वास लिया।
नहीं मिली मदद
जानकारी के अनुसार, जब सुधाकर ने लिफ्ट टेक्नीशियन को कॉल किया, तो उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया, जिससे उन्होंने पुलिस को 112 पर कॉल करके घटना की सूचना दी। पीड़ित द्वारा इस घटना की जानकारी एडमिन राजशेखर शर्मा को भी दी गई। इस सोसाइटी में ऐसे हादसों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए, सोसाइटी प्रबंधन ने इसे दबाने के लिए कई कदम उठाए हैं। बता दें कि इसी सोसाइटी में पहले भी लिफ्ट से गिरने के कई मामले रिपोर्ट हुए हैं, जिनमें से एक मामला बच्ची आन्या के साथ था जो 2022 में घटित हुआ था। इसके अलावा, लिफ्ट की टाइल्स टूटने से भी हादसे रिपोर्ट की गई हैं, जैसा कि 2023 के फरवरी में हुआ था। इस नई घटना ने सोसाइटी के निवासियों को और भी चिंतित कर दिया है और उन्होंने इस पर मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।
लिफ्ट हो रही थी बार-बार खराब
इस मामले के पीछे एक और चिंताजनक पहलुओं की बात यह है कि सोसाइटी में बार-बार लिफ्ट की खराबी की रिपोर्टें आ रही हैं, जिससे लोगों को खतरा महसूस हो रहा है। लोगों ने बताया है कि इस सोसाइटी में लिफ्ट की अधिकतर समस्याएं सुरक्षा और तकनीकी सुधार के लिए उठाई गई हैं, लेकिन इन सभी प्रयासों के बावजूद नए हादसों की सूचनाएं आ रही हैं। सोसाइटी के प्रबंधन द्वारा किए गए पूर्व प्रयासों के बावजूद, सुरक्षा निरीक्षण और तकनीकी सुधार की आवश्यकता को लेकर लोगों में आशंका है। इस मामले में पीड़ित द्वारा विजयनगर थाने में बिल्डर के खिलाफ मुकदमा कराने का निर्णय लिया जाना एक तेज और सकारात्मक कदम है, जिससे लोगों में विश्वास बढ़ा है।
पूरे मामले की जांच करने के लिए अब पुलिस ने एक संदर्भ समिति बनाई है, जिसमें सुरक्षा विशेषज्ञ, इंजीनियरिंग एक्सपर्ट्स, और सोसाइटी के प्रबंधन सदस्यों को शामिल किया गया है। इस समिति का मुख्य उद्देश्य है इस सोसाइटी की सुरक्षा और तकनीकी सुरक्षा की स्थिति का मूल्यांकन करना और नए हादसों से बचाव के लिए सुझाव देना। इसके अलावा, सोसाइटी के निवासियों ने एक सार्वजनिक सभा का आयोजन करने का निर्णय लिया है, जिसमें उन्हें अपनी समस्याओं और सुझावों को साझा करने का एक मंच मिलेगा। इससे सोसाइटी के सभी सदस्यों को एक साथ मिलकर समस्याओं का समाधान निकालने का अवसर मिलेगा।