Ghaziabad: श्री कृष्ण जन्मभूमि केस के पैरोकार सत्यम पंडित को सिर तन से जुदा करने की धमकी मिली है। शनिवार की सुबह, जब उन्होंने अपने ऑफिस की दरवाजा खोला, वह एक चौंकाने वाले पत्र के सामने थे। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया द्वारा दी गई इस धमकी के अनुसार, वह श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही मस्जिद ईदगाह मथुरा केस में पैरवी करना बंद नहीं करते हैं, तो उन्हें जान से मारा जाएगा, राजस्थान के कन्हैया लाल की तरह।
पुलिस में की शिकायत
सत्यम पंडित ने इस धमकी भरे पत्र को पुलिस थाने में शिकायत के रूप में दाखिल किया है। पत्र में यह भी लिखा है कि धमकी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की ओर से आई है। उनके अनुसार, यह सभी घटनाएं उनके सकारात्मक कदमों को लेकर हैं, जिसमें उन्होंने श्री कृष्ण जन्मभूमि केस में अपना पक्ष रखने के लिए गाजियाबाद कोर्ट में बुलाया गया था। प्रमुख सूचना के अनुसार, श्री कृष्ण जन्मभूमि केस में सत्यम पंडित का सकारात्मक स्थान होने के कारण इसे धमकी मिली है। वह 30 नवंबर को गाजियाबाद कोर्ट में अपना पक्ष रखने के लिए बुलाए गए थे, जहां उन्होंने श्री कृष्ण जन्मभूमि केस में अपने पक्ष की प्रस्तुति की थी।
क्या लिखा था पत्र में?
शनिवार की सुबह, शंभू दयाल परिसर में स्थित उनके कार्यालय में यह धमकी भरा पत्र मिला। पत्र में लिखा था, “मि. सत्यम पंडित, तू श्री कृष्ण भूमि बनाम शाही मस्जिद ईदगाह मथुरा केस में पैरवी करना बंद कर दे, वर्ना अल्लाह का वास्ता, राजस्थान के कन्हैया लाला की तरह तेरा भी तन सिर से जुदा कर देंगे। माशाअल्लाह – पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया।”
गाजियाबाद कोतवाली में शिकायत दर्ज करने के बाद, पुलिस ने बयान जारी किया है कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई की जा रही है। एसीपी निमिष पाटिल ने कहा, “जो पत्र प्राप्त हुआ है, उसके साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जा रही है, और हमने मुकदमा दर्ज कर लिया है।” वह भी बताते हैं कि पुलिस इस मामले की जाँच के लिए सभी आवश्यक कदमों को उठा रही है।
सत्यम पंडित का कहना
सत्यम पंडित ने इस घड़ी मुश्किल समय में खड़ा होने के बावजूद पुलिस से पूर्ण सहयोग की उम्मीद की है और उन्होंने कहा, “मैं आप सभी को बताना चाहता हूँ कि मैंने इस मामले की शिकायत कर दी है और मुझे पूरा यकीन है कि पुलिस इसे सख्ती से जाँचेगी और मेरी सुरक्षा करेगी।” इस बीच, श्री कृष्ण जन्मभूमि विवाद का मुद्दा देशभर में चर्चा का केंद्र बना हुआ है, और सत्यम पंडित इस मुद्दे में एक महत्वपूर्ण साक्षात्कारकर्ता बन चुके हैं। इसके पीछे जुड़े सभी प्रमुख खिलाड़ी, नेता और समर्थकों को सत्यम पंडित के साथी के सख्ती से खड़े होने की आवश्यकता है, ताकि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों।
विशेषज्ञों के मुताबिक, इस प्रकार की धमकियां खतरनाक हो सकती हैं, खासकर जब यह एक स्थानीय नेता या किसी महत्वपूर्ण केस के प्रमुख गवाह के साथ जुड़ी होती हैं। पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए त्वरित कदम उठाने का आदान-प्रदान किया है और जांच में निर्णय लेने का संकल्प किया है।
पुलिस ले रही एक्शन
पुलिस ने इस मामले में सुरक्षा की स्थिति को मजबूत करने के लिए तत्परता दिखाई है, और उन्होंने सत्यम पंडित को उच्च स्तर की सुरक्षा प्रदान करने का आश्वासन भी दिया है। वहीं, गाजियाबाद के लोगों ने भी सत्यम पंडित के समर्थन में सड़कों पर उतरकर अपनी आवाज बुलंद की है और इस घड़ी में एकजुटता का प्रदर्शन किया है। इस पूरे मामले से जुड़े सभी तरफ के आधिकारिक और गैर-आधिकारिक स्रोतों से नई जानकारी मिलते रहेंगे।