राहुल गांधी ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, हमारे देश में चीन एक कूटनीतिक पुल का निर्माण कर रहा है। पीएम की चुप्पी से पीएलए के हौसले बढ़ते जा रहे हैं। अब तो ये डर है कहीं पीएम इस पुल का भी उद्घाटन करने न पहुंच जाएं।
उल्लेखनीय है कि यूरोप की स्पेस फर्म मैक्सार टेक्नोलॉजीस द्वारा ली गई इस सैटेलाइट इमेज में दिखाई दे रहे इस पुल का निर्माण कार्य पिछले साल सितंबर में झील के उत्तरी किनारे से शुरू हुआ। हालांकि, ये कंस्ट्रक्शन दक्षिणी तट तक पूरा होने से अब कुछ मीटर दूर है। इस पुल के निर्माण के लिए राहुल गांधी ने पीएम मोदी को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है।
गौरतलब है कि भारत से सटी सीमा पर चीन का निर्माण कार्य लगातार बढ़ाता जा रहा है। सैटेलाइट से ली की गईं नई तस्वीरों में ये दावा किया गया है कि चीन ने कड़ाके की सर्दी में भी पैंगोंग त्सो झील पर तेजी से पुल निर्माण किया है। कंस्ट्रक्शन चीनी कब्जे वाले उस इलाके में भारत की सीमा के भीतर किया जा रहा है, जिस पर बरसों से भारत का दावा रहा है। अब यह निर्माण कार्य पैगांग झील के दक्षिणी तट से कुछ मीटर दूर ही बाकी रह गया है।
गौरतलब है कि लंबे समय से भारत और चीन के बीच सीमा विवाद चल रहा है।। ऐसे में भारत से सटी सीमा पर चीनी निर्माण कार्य से दोनों देश के बीच जारी खटास में बढोत्तरी होने की उम्मीद है। जाहिर है कि चीन पिछले कई सालों से जिस इलाके पर पुल और सड़क निर्माण कर रहा है उससे भारत और चीन के बीच गतिरोध की स्थिति में चीनी सेना पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी बेहद आसानी से पहुँच सकेगी।
इससे पहले अरूणाचल प्रदेश के करीब चीन द्वारा एक बड़ा गांव निर्मित किये जाने की जानकारी सामने आई थी। पिछले साल भारत और चीन की सेनाओं के बीच संघर्ष भी देखने को मिला था जिसके बाद एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें बताया गया था कि चीन ने तिब्बत के विवादित इलाके में भारत के अरुणाचल प्रदेश के नजदीक करीब 100 से अधिक घरों वाला एक गांव बना लिया है। यह बात अमेरिका के रक्षा विभाग की वार्षिक रिपोर्ट में कही गई थी।