Ghaziabad: 90 लाख की नगर निगम की पॉट होल पैचिंग मशीन जो कि सड़क में हुए गड्ढों को भरने में काम आती है, उसकी उपयोगिता और नियमों का पालन ठीक से ना होने पर मेयर सुनीता दयाल ने फिर से टोका।
नगर निगम के अंदर 5 जोन आते हैं। उन पांचों में ही सभी गड्ढे इसी मशीन के द्वारा भरे जाते हैं। वसुंधरा और मोहननगर के इलाकों में धोखाधड़ी से बिना काम किये ही, झूठा दर्शा दिया गया हैं। उन इलाकों में इस मशीन के द्वारा कोई काम न होने पर भी क्रेडिट लेने की कोशिश की गयी है।
नगर आयुक्त को एक पत्र लिखा गया था। 25 सितम्बर को मेयर सुनीता दयाल को उस पत्र के द्वारा यह सूचना मिली कि यह मशीन 15 महीने पहले खरीद ली गयी गाडी से बगैर परिवहन विभाग के पंजीकरण के ही नगर निगम द्वारा चलाई जा रही है। यह नियमों के सख्त खिलाफ है।
दूसरा नियम भी तोड़ा
ये 15 महीने पहले खरीद ली जाने वाली मशीन का इन्शुरन्स दुसरे साल में भी नया दिखाकर 90 लाख की राशि पर करा दिया गया। अगर उन्होंने रजिस्ट्रेशन कराया होता तो उनकी गाडी की कीमत कम होजाती, और नगर निगम को बीमा प्रीमियम के कम पैसे देने पड़ते। मशीन को इस्तेमाल करने के रिकार्ड्स सही से नहीं दर्शाये गए हैं। रिकॉर्ड में काफी झोल किया गया है। जिस जिस इलाकों और जगहों पर मशीन का उसे किया गया है वे लॉगबुक में नहीं लिखा गया है।
मेयर के अनुसार कविनगर और विजयनगर में भी मशीन की उपयोगिता को लॉगबुक में नहीं उतारा गया है , और उसमें कई गलतियां भी पाई गयी हैं।
क्या कहते हैं मशीन चालक
चालकों का बयान है की मशीन को चलाने से काफी खर्चा होता है, और महंगाई के कारण किसी को वह वपरता नहीं है इसलिए ठेकेदारों से सड़कों के गड्ढे भरवाए जा रहे हैं।
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