उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले आज भाजपा छोड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य समेत कई बड़े नेताओं ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। इस दौरान एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसे नाम वर्चुअल रैली दिया गया था। स्टेज के पीछे बड़े अक्षरों में वर्चुअल रैली लिखा भी हुआ था। हालांकि, इस रैली में भारी भीड़ देखने को मिली। समाजवादी पार्टी कार्यालय में भारी संख्या में प्रशंसक जमा हुए थे और इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल की खूब धज्जियां भी उड़ाई गई। चुनाव आयोग ने भी पार्टियों को भीड़ जुटाने से मना किया है। ऐसे में अब प्रशासन इस को लेकर सख्त हो गया है।
खबर के मुताबिक लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने इस मामले को लेकर रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी का कार्यक्रम बिना किसी अनुमति के हुआ है। सूचना मिलते ही मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस सपा दफ्तर पहुंची। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। आपको बता दें कि जब स्वामी प्रसाद मौर्य समेत भाजपा छोड़कर जाने वाले बाकी नेता समाजवादी पार्टी का दामन थाम रहे थे तो उस दौरान उनके प्रशंसकों की भारी भीड़ देखने को मिली। कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने 15 जनवरी तक सभी रैलियों पर बैन लगा रखा है। बावजूद इसके आज सपा कार्यालय में भीड़ देखने को मिली।इसी कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव आयोग की हर गाइडलाइंस का पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी ने भी नहीं सोचा था कि चुनाव ऐसा होगा। अब वर्चुअल रैली की बात हो रही है। डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए हमें अपनी बात कहनी है। लेकिन हमारी ताकत हमारे कार्यकर्ता है जो कि फिजिकल हैं। इसका कोई मुकाबला नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि डिजिटल वर्चुअल रैली के साथ-साथ हम लोग फिजिकल भी चलेंगे। गांव-गांव और घर-घर पहुंचने की कोशिश करेंगे।