दिल्ली टू मुरादाबाद होती थी चोरी के ई-रिक्शा की सप्लाई
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। सिहानी गेट पुलिस ने दिल्ली-एनसीआर में ई-रिक्शा चोरी करने वाले ऐसे गिरोह का खुलासा किया है जिसकी निशानदेही पर पुलिस ने 15 नए पुराने ई-रिक्शा जप्त किए हैं। जिसमें से अधिकांश ई-रिक्शा नए है ंऔर चार रिक्शा कनेक्ट कर लिए गए हैं। पकड़े गए आरोपियों में तीन ग्राहक हैं जबकि तीन चोर हैं। साथ ही इस पूरे गिरोह के चार सदस्य सरगना सहित फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस की मानें तो पकड़ा गया गिरोह बीते एक साल के दौरान 200 से ज्यादा ई-रिक्शा चोरी कर चुका है। यह दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा व आसपास के जनपदों में चोरी ई-रिक्शा को संभल, बिलारी मुरादाबाद में ले जाकर आधे दाम पर बेच दिया करते थे। पुलिस को भरोसा है कि इनके अन्य फरार साथी दबोचे जाने के बाद और भी बरामदगी होगी। शनिवार को एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल, सिहानी गेट आलोक दुबे और एसएचओ सिहानी गेट नरेश शर्मा ने पकड़े गए गिरोह के बारे में जानकारी दी।
50 हजार में करते थे पुराने ई-रिक्शा का सौदा
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने नफीस, मोहम्मद गुलफाम, सफीक, मोहम्मद अहसान, मोहम्मद साजिद और मोहम्मद आरिफ को गिरफ्तार किया है। सभी बिलारी मुरादाबाद के रहने वाले हैं। यह ई-रिक्शा चोरी करने व उसके ग्राहक के रूप में काम करते थे। इनका साथी अकबर, मोहम्मद शरीफ, रिजवान और जाकिर फरार हैं। सभी ई-रिक्शा चोरी करने में माहिर हैं। यह सवारियों को नशीली कोल्ड्रिंक और लड्डू खिलाकर लूटपाट किया करते थे और फिर नए ई-रिक्शा लूट कर फरार हो जाते थे। पुलिस की मानें तो पकड़ा गया गिरोह 200 से ज्यादा ई-रिक्शा चोरी कर चुका है।
निशाने पर होते थे नए ई-रिक्शा
सीओ सिहानी गेट आलोक दुबे ने बताया है कि पकड़े गए गिरोह से 15 ई-रिक्शा बरामद हुए हैं। जिसमें चार को कनेक्ट कर लिया गया है। साथ ही यह लोग नए ई-रिक्शा चोरी करते थे, जिन पर नंबर नहीं होता था, उनका इंजन चेचिस नंबर बदलकर यह मुरादाबाद के आसपास के देहाती इलाकों में बेंच दिया करते थे। और प्रत्येक ई-रिक्शा की कीमत 50 हजार रुपये के आसपास रहती थी जबकि नए रिक्शे की कीमत एक से डेढ़ लाख रुपए की होती है।
फरार आरोपियों के
लिए जारी है दबिश
एसएचओ सिहानी गेट नरेश कुमार शर्मा ने बताया है कि पकड़े गए गिरोह के चार सदस्य और गिरोह का मास्टरमाइंड रिजवान व अकबर दोनों फरार हैं। इनको भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इनकी निशानदेही पर अन्य ई-रिक्शा बरामद होने की संभावना है। यह एक गोडाउन में ई-रिक्शा रखते थे और फिर वहीं से चोरी के ई-रिक्शा को किराए और खरीद पर आगे भेज दिया करते थे। गिरफ्तार करने वाली टीम में उपनिरीक्षक विपिन कुमार, जाहिद खान, लालबाबू मिश्रा, रणबीर सिंह , मनीष कुमार व अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
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