Ghaziabad: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने हिंदू पक्ष की याचिका को स्वीकृति देते हुए श्रीकृष्ण जन्मभूमि और मस्जिद मामले में सर्वे का आदेश दिया है। इस निर्णय के पश्चात, वादकारी अधिवक्ता हरिशंकर जैन ने बताया कि उनका जिम्मेदारी देशवासियों के साथ इस ऐतिहासिक केस को लेकर खड़ा कर दिया गया है। जैन ने विस्तृत रूप से कहा कि उन्होंने अपने आत्मनिर्भरता से भारत में मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाने वालों के खिलाफ कई मुकदमे लड़े हैं और वह इस संघर्ष को जारी रखेंगे।
सच्चाई का हो सामना
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले में वादकारी होने के नाते, जैन ने यह भी कहा कि उनका कर्तव्य है कि कोर्ट में सच्चाई का सामना किया जाए और उसे जीता जाए। इसके बाद, उन्होंने मुस्लिम पक्ष के प्रतिवादी की ओर से आए गलतफहमी और आपत्तियों का सामना किया है और यह विरोध परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं।
सर्वे के लिए मंदिर का खुलना?
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले के सर्वे के बारे में, जैन ने कहा कि इससे स्वतंत्र और विश्वसनीय जानकारी मिलेगी और अगर मंदिर का सर्वे होता है, तो उसे खोल देना चाहिए। अधिवक्ता ने भी यह जताया कि इस केस को लेकर सही निर्णय से लड़ने के लिए उनकी पूरी टीम तैयार है और वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसे एक महत्वपूर्ण मुकदमा बनाएंगे। इस नए ट्विस्ट के साथ, श्रीकृष्ण जन्मभूमि और मस्जिद मामले का हितों में एक नया पैग जोड़ गया है और देखना है कि इसका कैसे परिणाम होता है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट क्या कहता है ?
इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले ने मामले को और भी रोचक बना दिया है। हाईकोर्ट ने सर्वे की मंजूरी देने के बाद अब यह देखना है कि कैसे यह मामला आगे बढ़ता है और क्या नतीजा निकलता है। इसके बाद, जैन ने साफ तौर से यह स्पष्ट किया है कि उनका उद्देश्य न केवल श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले में सच्चाई का पता लगाना है, बल्कि उन्हें यह भी सिद्ध करना है कि किसी भी मंदिर कोड़े के बिना तोड़कर मस्जिद बनाई गई है और उसे पुनर्निर्माण किया जाए।
अंतर्राष्ट्रीय केस बनेगा
उन्होंने यह भी जताया कि उनकी टीम ने इस मुकदमे को गंभीरता से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक महत्वपूर्ण केस बनाने का संकल्प लिया है। इसमें यह स्पष्ट है कि जैन और उनकी टीम ने अपनी पूरी ताक़त को इस मामले को सच्चाई की ऊंचाईयों तक पहुंचाने के लिए समर्पित किया हैं। अब, इस मामले के आगे कैसा मोड़ आता है, यह देखने के लिए लोगों की नजरें हैं। हाईकोर्ट के फैसले के बाद, इस मामले में नए विकराल रूप से विवाद और उत्साह की बौछार हो सकती है।